पेरिस हमला: अमन के लिए दुनिया एकजुट
पेरिस : फ्रांस के व्यंग्य अखबार ‘शार्ली एबदो’ पर हमले को प्रेस की अभिव्यक्ति पर हमला माना जा रहा है। इस हमले के बाद पूरी दुनिया अमन के लिए एकजुट हो गई है। मानव समाज के सभी वर्ग राजनीति और भौगोलिक सीमाओं से परे दुनिया में अमन कायम करने के लिए साथ आ रहे हैं, फिर चाहे वह मीडिया, जनता, नेता या सोशल मीडिया पर सक्रिय यूजर्स हो। शार्ली एबदो पर हुए हमले के बाद विरोधी भी इस कायराना हरकत पर एकसाथ नजर आ रहे हैं। इस मामले पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनके धुर विरोधी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सुर एक समान हैं। दोनों ने ही इस हमले की निंदा करते हुए इसे कायराना हरकत करार दिया है। वाशिंगटन के एक अन्य विरोधी कोलंबिया के राष्ट्रपति जुआन मेनुएल सेंटोस ने कहा कि यह हमला सार्वभौमिक अधिकारों का हनन है। इस हमले के बाद पूरब और पश्चिम की सियासी और वैचारिक दूरी भी आतंकवाद के खिलाफ मिटती नजर आ रही है।
नेताओं के साथ सामान्य लोग भी राष्ट्रीयता, नस्ल आदि की दीवारों से ऊपर उठकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जर्मनी के बर्लिन, फैंकफर्ट, अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को, वाशिंगटन, न्यूयॉर्क, नार्वे, स्पेन के मैड्रिड, ऑस्ट्रेलिया के सिडनी, कैनबरा, हांगकांग सहित दुनिया के कई हिस्सों में लोगों ने प्रदर्शन कर शार्ली एबदो के साथ अपनी एकता का प्रकट की। न्यूयॉर्क के मैनहेट्टन पर सैकड़ों की संख्या लोग अपने व्यस्त दिनचर्या से समय निकालकर में जुटे, उनके हाथों में तख्तियां थी, जिसपर फ्रांसीसी भाषा और अंग्रेजी में लिखा था मैं हूं शार्ली। एजेंसियां