देहरादून। आईएफएस अफसर संजीव चतुर्वेदी हमेश चर्चा में बने रहते हैं। वे कभी सरकार तो कभी किसी और से लड़ जाते हैं। उत्तराखंड सरकार ने उन्हें प्रमोशन दिया, मगर जिस पोस्टिंग की वह प्रतीक्षा कर रहे थे। उसका कहीं पता नहीं है। यही वजह है कि संजीव चतुर्वेदी पिछले सवा दो महीने से बगैर काम के हैं। मगर उनके लिए काम नहीं तलाशा जा सका।
सरकार का कहना है कि उनके लिए दिल्ली में काम तलाशा जा रहा है। हरियाणा की हुड्डा सरकार के साथ जबरदस्त लड़ाई के बाद संजीव चतुर्वेदी ने अपना कैडर चेंज करवा लिया था। अब वह उत्तराखंड कैडर के आईएफएस अफसर हैं।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने उन्हें ऑफर किया था, कि वह एंटी करप्सन डिपार्टमेंट का काम संभाले। हरीश रावत सरकार ने इस संबंध में संजीव चतुर्वेदी को पूर्व में एनओसी दे दी थी, लेकिन फिर इसे खारिज कर दिया था। तब से उत्तराखंड में वह बगैर काम के हैं।
मुख्यमंत्री के सामने उठा सवाल
अफसरों के लिए काम न निकलने का सवाल सीएम के सामने भी उठा था। सीएम ने इस संबंध में कार्रवाई की बात की थी। इसके बाद, यूपी से आए पीसीएस अफसरों को तो काम बांट दिया गया, लेकिन संजीव चतुर्वेदी के लिए अब भी काम नहीं निकला है। सीएम हरीश रावत का इस संबंध में कहना था कि वह दिल्ली में अपने लिए काम चाहते हैं। सरकार उनके लिए दिल्ली में काम तलाश रही है।