प्रादेशिक सेना में अनुराग ठाकुर बने लेफ्टिनेंट
नई दिल्ली। भाजपा सांसद और बीसीसीआई के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर को प्रादेशिक सेना में लेफ्टिनेंट बना दिया गया है। सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह ने शुक्रवार को साउथ ब्लाक में आयोजित एक समारोह में ठाकुर को बतौर लेफ्टिनेंट प्रादेशिक सेना (टीए) में शामिल किया।
सचिन तेंदुलकर और महेन्द्र सिंह धोनी की तरह ठाकुर की रैंक मानद नहीं है। उन्होंने प्रादेशिक सेना में शामिल होने के लिए सभी जरूरी टेस्ट पास कर लिए हैं। अनुराग प्रादेशिक सेना में शामिल होने वाले बीजेपी के पहले सांसद हैं।
वे हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से लोकसभा के लिए चुने गए हैं। इससे पहले कई पूर्व सैन्य अधिकारी भाजपा की ओर से सांसद, केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इनमें जसवंत सिंह, वीके सिंह और भुवन चंद्र खंडूरी जैसे नाम शामिल हैं।
लिखित परीक्षा और साक्षात्कार से हुआ चयन
प्रादेशिक सेना में अनुराग का चयन लिखित परीक्षा पास करने और चंडीगढ़ में आयोजित साक्षात्कार के जरिये हुआ है। इसके बाद भोपाल में उन्हें प्रशिक्षण दिया गया। अब नियमित अधिकारी के तौर पर उनको फिर से अनिवार्य प्रशिक्षण से गुजरना होगा।
अपनी इस उपलब्धि पर अनुराग ने कहा कि यह मेरे लिए सपना सच होने जैसा है। मैं अब अपने प्रशिक्षण और उसके बाद देश की सेवा करने का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं।
अनुराग के दादा महंथ राम सेना में थे। उन्होंने कहा कि शुरू से ही मेरी इच्छा सैन्य बल में शामिल होने की थी। मगर, जब मैं सेना में शामिल नहीं हो सका, तो क्रिकेट और राजनीति में व्यस्त हो गया।
रक्षा की दूसरी पंक्ति है प्रादेशिक सेना
यह नियमित सेना के बाद रक्षा की दूसरी पंक्ति है। यह उन लोगों के लिए है, जो पहले से असैन्य क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। इसका उद्देश्य संकटकाल में आंतरिक सुरक्षा का दायित्व लेना और आवश्यकता पड़ने पर सेना को यूनिट प्रदान करना है।
इसके स्वयंसेवकों को प्रतिवर्ष कुछ दिनों का सैनिक प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनकी सेवा ली जा सके।