जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारुख अब्दुल्ला ने कहा है कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न उस समय में दिया जाना चाहिए था जब वह स्वस्थ थे। दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में अब्दुल्ला ने कहा कि इस देश के निर्माण में जितने लोग शामिल हैं उन्हें भुलाया नहीं जा सकता।
उन्होंने कहा, “जिस मुद्दे पर मैं कांग्रेस के खिलाफ हूं वह यह कि उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न तब देना चाहिए था जब वह स्वस्थ और जिन्दादिल थे।” इस कार्यक्रम में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह भी मौजूद थे ।
अब्दुल्ला ने कहा कि नेहरू ने इस देश में क्या योगदान दिया ये भूलने की कमजोरी है। इंदिरा गांधी ने इस देश को क्या दिया, उन्होंने अपना जीवन इस देश के नाम कर दिया। क्या राजीव गांधी और अन्य प्रधान मंत्रियों ने इस देश के निर्माण में अपना पूरा समय नहीं दिया? अगर आज हम यहां बैठे हैं तो सिर्फ उन लोगों की वजह से, पर क्या हम इस बारे में बात कर रहे हैं।
फारुख ने पीएम मोदी पर वार करते हुए कहा कि वो बोल रहे हैं मेरी मां को गाली दी, मेरे बाप को गाली दी, क्या ये एक प्रधानमंत्री का स्तर है? मैं ने अपने भाष में कभी भी अपने माता-पिता का नाम नहीं लिया। देश के प्रधानमंत्री होने के नाते मोदी को बड़ी सोच की जरूरत है। फारूख ने आगे कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने मुझे बताया कि जब उन्होंने अपना पहला भाषण दिया, तो नेहरू उनके पास गए और कहा, ‘अटल आप एक दिन इस देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।’ वह आरएसएस पृष्ठभूमि से थे, उन्होंने महसूस किया कि इस देश को किसी एक के दम पर नहीं चलाया जा सकता, सभी की जरूरत है। इस देश के निर्माण में जितने लोग शामिल हैं उन्हें भुलाया नहीं जा सकता। फारूख ने आगे कहा कि जिस मुद्दे पर मैं कांग्रेस के खिलाफ हूं वह यह कि उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न तब देना चाहिए था जब वह स्वस्थ और जिंदा थे।