बच्चों को प्रेरित करेंगी लवलीना, कहा- पाठ्यक्रम में खेल बने अनिवार्य विषय
नई दिल्ली। ओलंपिक (Olympics) में ब्रॉन्ज मेडल (bronze medal) जीतने वालीं बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन (Boxer Lovlina Borgohain) ने शुक्रवार को कहा कि वे अपने गृह राज्य असम (Asam) के अगले दौरे पर बच्चों से मुलाकात करेंगी और उन्हें मेडल हाथ से छूने देंगी. ताकि बच्चे भी मेडल जीतने की कोशिश करने के लिए प्रेरित हों. दिल्ली (Delhi) के लिए रवाना होने से पहले एक सम्मान कार्यक्रम में लवलीना ने कहा, वे अगले हफ्ते फिर असम लौटेंगी और बच्चों को स्पोर्ट्स में हिस्सा लेने और राष्ट्र के लिए मेडल जीतने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहेंगी.
लवलीना ने कहा, जब मेरी नजर ओलंपिक (Olympics) पर टिकी थी, तो मैं कम से कम एक बार मेडल को छूना और महसूस करना चाहती थी. अब जब मैंने असम के लिए पदक जीता है तो मैं चाहता हूं कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे इसे छूएं, महसूस करें और इससे प्रेरित हों. टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में 69 किग्रा वर्ग बॉक्सिंग में ब्रॉन्ज मेडल (bronze medal) जीतने वाली लवलीना ने कहा, मुझे हमेशा आश्चर्य होता था कि भारत इतने कम पदक क्यों जीतता है. और मैंने महसूस किया है कि इसके पीछे बड़ी वजह ये है कि खेल हमारे पाठ्यक्रम का अभी भी हिस्सा नहीं है.
उन्होंने कहा, खेल हमारे एजुकेशन सिस्टम का अनिवार्य विषय बनना चाहिए. अगर ऐसा होता है तो देश के खिलाड़ी कई और पदक जीत सकते हैं क्योंकि वे कड़ी मेहनत करने में सक्षम हैं. भविष्य की योजना के सवाल पर लवलीना ने कहा, अगले चार साल में वर्ल्ड चैंपियनशिप, कॉमनवेल्थ गेम्स और पेरिस ओलंपिक हैं. मुझे शुरुआत से ही तैयारी शुरू करनी होगी. अपनी कमजोरियों पर काम करना और खुद को और मजबूत करना, ताकि पेरिस के लिए कोई बहाना न रहे.
लवलीना दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होंगी. यहां पीएम मोदी ओलंपिक विजेता खिलाड़ियों से मुलाकात करेंगे.