बजट से ढीली होगी जेब, शिमला, मनाली घूमना अब और महंगा
रेस्तरां में खाना भी महंगा हो जाएगा। सैलानियों को पहले से ज्यादा अपनी जेबें ढीली करनी पड़ेंगी। अब उन्हें पहले से अधिक बजट प्लान कर घूमने के लिए निकलना होगा। सूबे में लाखों की संख्या में प्रतिवर्ष सैलानी देश-विदेश से आते हैं। शिमला, मनाली, धर्मशाला, डलहौजी, कसौली, खजियार, कुल्लू, रोहतांग सहित कई अन्य पर्यटक स्थलों में सैलानी गर्मियों और सर्दियों के मौसम में आते हैं।
हिमाचल में हजारों लोगों का रोजगार पर्यटन कारोबार से जुड़ा है। सैलानी कम आने का खामियाजा पर्यटन कारोबारियों को भुगतना पड़ेगा। होटलियर एसोसिएशन शिमला के अध्यक्ष हरनाम कुकरेजा का कहना है कि सर्विस टैक्स बढ़ने से होटलों के कमरों का
अधिक किराया चुकाना होगा। बाहर खाना-पीना भी महंगा होगा। सैलानियों पर सीधे तौर पर आर्थिक बोझ पड़ेगा। होटलियरों पर ही नहीं टैक्सी ऑपरेटरों पर भी इसकी मार पड़ेगी। सर्विस टैक्स के अलावा भी होटल कारोबारियों को कई अन्य तरह के टैक्स चुकाने पड़ रहे हैं।