बढ़ती उम्र में अगर रहना है फिट, तो बन जाएं बच्चा
आपको ये बात जरूर हैरान कर रही होगी कि फिट रहने के लिए बच्चा बनना क्यों जरूरी है. तो आपको बता दें कि बढ़ती उम्र में या यूं कहें कि बुढ़ापे को सुखी और बीमारियों से दूर रखना चाहते हैं तो बच्चों की तरह टीका लगवाने की आदत डाल लें.
आमतौर पर लोग यही मानते हैं कि बीमारियों से रोकथाम के लिए सिर्फ बचपन में ही टीकाकरण जरूरी है. लेकिन ऐसा नहीं है. बड़े होने के बाद और यहां तक कि बुढ़ापे में भी हमारी सेहत को कुछ टीकों की जरूरत होती है.
इस साल विश्व निमोनिया दिवस पर जारी एक रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया कि देश में न्यूमोकोकस बैक्टीरिया से होने वाली बीमारियों की चपेट में आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. न्यूमोकोकस के चलते निमोनिया, कान में इंफेक्शन (बहरापन), दिमागी बुखार, ब्रोंकाइटिस, साइनस आदि हो सकता है. इस बैक्टीरिया से संक्रमित होने के कारण हर साल लाखों लोगों की जान चली जाती है.
इंडियन जरनल ऑफ कम्युनिटी मेडिसिन के आंकड़ों की मानें तो यह बैक्टीरिया हर साल 4 से 7 लाख बच्चों की जान लेता है, जिनकी उम्र 5 साल से कम है. गैलेक्सी हॉस्पिटल के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. के के पांडेय के अनुसार न्यूमोकोकल इंफेक्शन से बचाव के लिए हर व्यक्ति को हर 5 साल में एक बार टीका जरूर लगवाना चाहिए. टीकाकरण से इन बीमारियों का खतरा 80 फीसदी तक कम किया जा सकता है.
दरअसल, न्यूमोकोकल बीमारियों को ठीक करना आसान नहीं है और ये जानलेवा भी हैं. कई बार बीमारी ठीक होने के बाद भी इनके दोबारा होने का खतरा बना रहता है.
किन लोगों को होता है ज्यादा खतरा
– 2 साल से कम और 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को.
– धूम्रपान करने वालों को या धूम्रपान करने वाले लोगों के. आसपास रहने वालों को इसका ज्यादा खतरा.
– ज्यादा प्रदूषण वाले इलाके में रहने वाले लोग.
– जिन लोगों के घर में ज्यादा गंदगी रहती है.
– जिन्हें अस्थमा है या सांस से संबंधित कोई बीमारी है.
– डायबीटिज के मरीज
– COPD के मरीज
– दिल के रोगी
– शराब पीते हों या एचआईवी से संक्रमित हों
– जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो.
क्या हैं बचाव के उपाय
– उम्र कोई भी हो, हर 5 साल पर लगवाएं न्यूमोकोकल टीका
– घर के अंदर और बाहर साफ सफाई का रखें ध्यान
– घर के अंदर नमी ना होने दें. घर में प्रदूषण ना हो. वेंटिलेशन का ध्यान रखें.
डॉ. के के पांडेय ने बताया कि लोगों को यह नहीं पता कि न्यूमोकोकल बीमारियां बुढ़ापे में आम होती हैं, लेकिन टीकाकरणकराकर इनसे काफी हद तक बचा जा सकता है. टीकाकरण करने से बुजुर्गों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जा सकती है और वो इससे कई खतरनाक बीमारियों और संक्रमण से बच भी रहे हैं. लेकिन इसके लिए समय पर टीकाकरण जरूरी है.