बसपा सांसद अतुल राय की बढ़ी और मुश्किलें, धोखाधड़ी मामले में एक और एफआईआर
लोकसभा चुनाव के दौरान दाखिल नामांकन पत्र में झूठा शपथ पत्र देने के मामले में उनके खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज की गई है. दरअसल, बीएसपी सांसद ने शपथ पत्र में अपने खिलाफ 13 मुकदमे दर्ज होने की जानकारी दी थी, जबकि उनके खिलाफ 24 मुकदमे लंबित हैं. इससे पहले शनिवार को राय ने वाराणसी के सीजेएम प्रथम की अदालत में समर्पण कर दिया था. अतुल राय को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. मऊ के जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस उप महानिरीक्षक चुनाव प्रकोष्ठ को अतुल राय के खिलाफ 24 आपराधिक रिपोर्ट दर्ज होने की जानकारी मिलने के बाद कार्रवाई की गई है. भाजपा के प्रत्याशी रहे हरिनरायन राजभर ने शपथ पत्र में लंबित आपराधिक मामलों को लेकर शिकायत की थी. लोकसभा चुनाव में घोसी संसदीय सीट से बहुजन समाज पार्टी की ओर से अधिकृत प्रत्याशी अतुल राय ने 25 अप्रैल को जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था. त्रिपाठी के मुताबिक, नामांकन पत्र के साथ दिए गए नोटरी शपथ पत्र के कॉलम-5 (सेकेंड) ‘क’ में कुल 13 आपराधिक वाद जानकारी दी गई थी. सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी शब्बीर अहमद ने शहर कोतवाली में धारा 177, 181, 420, 465, 467, 468, 471, 125ए के तहत मुकदमा दर्ज कराया है. सांसद पर मुकदमा दर्ज होते ही एक बार फिर समर्थकों के साथ-साथ पार्टी में खलबली मच गयी है. लोकसभा चुनाव 2019 में बसपा ने जो 10 सीटें जीती हैं, उनमें से यूपी की घोसी सीट भी एक है. चुनाव के दौरान मतदाता इस पशोपेश में रहे कि आखिर जिसे उन्हें वोट देना है, वो अतुल राय कहां गायब हैं? हालांकि, शुरूआत में उन्होंने यहां कुछ दिनों तक प्रचार किया था, लेकिन बाद में गिरफ्तारी से बचने के लिए वह लापता हो गए थे. आपको बता दें कि बीएसपी के अतुल राय ने बीजेपी के हरिनारायण राजभर को 1,22,018 हजार मतों से हराया था.