राजधानी में मेट्रो का सपना सच होने में बस 15 दिन बाकी रह गए हैं। करीब दो साल, दो महीने के इंतजार के बाद मेट्रो ट्रायल के लिए तैयार है। तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर (रेडलाइन) के प्रायोरिटी सेक्शन का काम अब दिखने लगा है। अगले 48 घंटे में मेट्रो के कोच भी लखनऊ पहुंच जाएंगे।
ये कोच फ्रांस की कंपनी अलस्टॉम ने चेन्नई के श्रीसिटी प्लांट में तैयार किए हैं। ट्रायल एक दिसंबर को होना है। इसके लिए ट्रांसपोर्टनगर में एक विशेष ट्रैक तैयार किया गया है। मेट्रो के ट्रायल के लिए एलएमआरसी की तैयारियों पर एक रिपोर्ट…।
इंस्पेक्शन बे : ट्रायल से पहले यहां होगी कोच की जांच
ट्रांसपोर्टनगर डिपो में कोच पहुंचने के बाद उनकी 30 नवंबर तक सघन जांच की जाएगी। इसे स्टेटिक टेस्ट कहते हैं। यह टेस्ट डिपो में बनाए गए इंस्पेक्शन बे में किए जाएंगे। इसका निर्माण पूरा कर लिया गया है। कोच आने के बाद सबसे पहले उन्हें यहीं लाया जाएगा।
ट्रांसपोर्टनगर डिपो में कोच पहुंचने के बाद उनकी 30 नवंबर तक सघन जांच की जाएगी। इसे स्टेटिक टेस्ट कहते हैं। यह टेस्ट डिपो में बनाए गए इंस्पेक्शन बे में किए जाएंगे। इसका निर्माण पूरा कर लिया गया है। कोच आने के बाद सबसे पहले उन्हें यहीं लाया जाएगा।
टेस्ट ट्रैक : 635 मीटर का होगा
मैट्रो ट्रेन का डायनामिक ट्रायल एक दिसंबर से शुरू होगा। पहले एक सप्ताह तक यह ट्रायल ट्रांसपोर्टनगर स्थित डिपो में ही 635 मीटर लंबे टेस्ट ट्रैक पर रहेगा। यह टेस्ट ट्रैक डिपो में तैयार किया गया है।
रैंप भी हो गया तैयार
एक रैंप भी ट्रांसपोर्टनगर डिपो में तैयार किया गया है। इस रैंप से मेट्रो ट्रेन ट्रायल और इसकेबाद कॉमर्शियल रन शुरू होने पर डिपो में आएगी और जाएगी।
एक रैंप भी ट्रांसपोर्टनगर डिपो में तैयार किया गया है। इस रैंप से मेट्रो ट्रेन ट्रायल और इसकेबाद कॉमर्शियल रन शुरू होने पर डिपो में आएगी और जाएगी।