जीवनशैली

बाएं करवट सोने का मतलब मिलेगा कब्ज से निजात


चाहे बच्चे, बूढे, जवान ही क्यों न हों, अगर नींद पूरी न हो तो कई बीमारियां होने का डर रहता हैं ऐसे में व्यक्ति दिन भर सुस्त, चिड़चिड़ा सा रहता है चाहे ऑफिस हो या घर उसका किसी भी काम में मन नहीं लगता और इसी कारण बॉडी में रोगाणुओं से लड़ने की क्षमता गहरी नींद सोने वालों की अपेक्षा अत्यधिक कम होती है अगर जिन लोगों को रात में ठीक प्रकार से नींद आती है तो ऐसे लोगों को कई प्रकार के रोगों से ग्रस्त में आ जाते हैं। आप नियमित एक्सरसाइज करें, खानपान में तैलीय चीजों का सेवन कम कर दें। इसके अतिरिक्त चैन की नींद लेना चाहते हैं तो चाय की मात्रा को भी सीमित कर दें, क्योंकि चाय या कॉफी की अत्यधिक मात्रा नींद को उडाती है जबकि शरीर को स्वस्थ और प्रसन्नचित्त रखने के लिए कम से कम 6 से 7 घंटे नींद आवश्यक है, लेकिन आपको पता है सोते वक्त आपकी स्थिति। जी हां, सोते टाइम आपकी क्या दिशा होनी चाहिए और आप किस करवट सोते हैं, ये जानना आपकी हैल्थ के लिए बहुत जरूरी है।

शरीर से गंदगी निकालने का सबसे ज्यादा काम लीवर व किडनियों का ही है। इसलिये सोते वक्त इन पर ज्यादा प्रेशर नहीं डालना चाहिए। इस पेाजिशन में सोने पर जो पेट का एसिड होता है, वह ऊपर की जगत नीचे की ओर ही जाता है। जिससे एसिडिटी और सीने की जलन नहीं होती। बाएं तरफ करवट कर के सोने से यह दोनों ही अपने काम ठीक प्रकार से करते हैं। इस तरह से बॉडी के विभिन्न अंगों और दिमाग तक रक्त के साथ ऑक्सीजन का प्रवाह ठीक तरीके से होता है और आपके शरीर के सभी अंग स्वस्थ रहते हैं। अगर आपको कब्ज की समस्या हो तो बाईं ओर सोने से कब्ज से निजात मिल सकती है।

Related Articles

Back to top button