बागपत के एक गांव की खौफ से भरी ये कहानी, आब भी डर के साएं में जी रहे लोग
बागपत के एक गांव में खौफ है, खौफ न तो किसी बदमाश का और न किसी जंगली जानवर का, लेकिन गांव के लोगों की नींद उड़ी है कि आखिर गांव का कौन सा शख्स अगला निशाना होगा। अब तक गांव में तीन बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि तीन अन्य लोगों की जिंदगी भी काल के गाल में समा गई, पूरे गांव की नींद उड़ी है, क्योंकि 6 लोगों की मौत ने पूरे गांव को हिलाकर रख दिया है। आज हम बागपत के इसी गांव की खौफनाक कहानी आपके सामने ले आ रहें है।
इन लोगों के चेहरे की उड़ी हवाईंया, गमगीन माहौल में बैठे लोग और गांव में अजीब सी खामोशी ये बताने के लिए काफी है कि खौफ कम होने के बजाय हर रोज बढ़ता जा रहा है। अपनों को खोने की परेशानी इनके चेहरे पर साफ झलक रही है, जबकि दूसरी परेशानी ये है कि ये लोग इस बात को लेकर खौफ के साए में है कि आखिर अगला निशाना कौन होगा। अब तक गांव में तीन बच्चों की मौत हो चुकी है। चलिए सस्पेंस खत्म करते हैं। ये खौफ भरी कहानी है बागपत के निरोजपुर गांव की है। निरोजपुर गांव में खौफ की वजह बना है रहस्यमीय बुखार, इस बुखार का नाम सुनने को गांव के लोग तरस गए, लेकिन ये बुखार एक-एक करके गांव के 6 लोगों के दीपक बुझा चुका है। मरने वालों में तीन बच्चे हैं और बच्चों के परिवार पर क्या गुजरी होगी, इसे शायद शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
लोग मरते गए और स्वास्थ्य विभाग नींद में सोया रहा। शायद वो रहस्यमयी बुखार से लोगों के मरने का इंतजार कर रहा था। एक नहीं दो नहीं, बल्कि जब 6 लोगों की मौत हुई तो स्वास्थ्य विभाग की नींद टूटी। अब गांव में कैंप लगाए जा रहें हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव के चक्कर लग रही है, एंटी लार्वा का छिड़काव भी कराया जा रहा और बुखार की स्थिति को साफ करने की भी पूरी कोशिश की जा रही है। हालांकि इस बारे में जब हमने बागपत सीएमओ से बात की तो उन्होंने अपनी खामियों का ठीकरा झोलाछाप डॉक्टर्स पर फोड दिया और ये भी कह दिया कि अब हालात सामान्य हैं।
ये बात किसी से छिपी नहीं है कि ये वक्त डेंगू और चिकनगुनिया का चल रहा है, जिनकी मौत हुई उनमें से न तो किसी को डेंगू था, न मलेरिया और चिकनगुनिया, आखिर फिर ये मौत कौन से बुखार से हुई, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। अब सवाल उठता है कि क्या बागपत के इस निरोजपुर गांव में ये रहस्यमयी बुखार लोगों की यूं ही जान लेता रहेगा और इस रहस्यमयी बुखार का रहस्य क्या रहस्य ही बनकर रह जाएगा।