फीचर्डराज्यराष्ट्रीय

बिहार में होगी भारी बारिश, दिल्‍ली को आज भी झुलसाएंगे लू के थपेड़े

नई दिल्ली: बिहार में एक ओर जहां बारिश का मौसम बना हुआ है, वहीं दिल्ली-एनसीआर में चिलचिलाती गर्मी से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। दिल्ली और आसपास के इलाकों को अभी मॉनसून के लिए लंबा इंतजार करना होगा और फिलहाल गर्मी से कोई राहत नहीं मिलने वाली है। दिल्ली में बुधवार की तरह ही दिल्लीवासियों को लू के थपेड़े झुलसाएंगे। इधर, उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाकों में बारिश से मौसम सुहाना बना हुआ है। पूर्वी यूपी में जहां बारिश का माहौल है, वहीं पश्चिमी यूपी में गर्मी ने लोगों को बेहाल कर रखा है। भीषण गर्मी का प्रकोप केवल दिल्‍ली-एनसीआर तक सीमित नहीं है बल्कि पंजाब और हरियाणा, राजस्‍थान यहां तक कि जम्‍मू में भी तापमान बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम समेत पूर्वोत्‍तर के राज्‍यों में कई जगहों पर भारी बारिश का अनुमान लगाया है। तो चलिए जानते हैं मौसम का हाल।

बिहार के दो भागों में मौसम दो तरह का बना हुआ है। उत्तर बिहार के जिलों में भारी बारिश की स्थिति बनी हुई है तो दक्षिण बिहार के अधिकतर जिले बारिश से बेहाल हैं। पिछले 24 घंटे में भी यही स्थिति बनी रही। मौसमविदों की मानें तो अभी दो तीन दिनों तक बिहार में ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी। इधर, बिहार के पूर्वी और उत्तरी भाग में लगातार संवहनीय बादल बन रहे हैं। साथ ही उत्तर बिहार की ओर से मानसून की अक्षीय रेखा गुजर रही है। इस वजह से अगले 72 घंटों में उत्तर बिहार और हिमालय की तलहटी से जुड़े जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। राज्य के भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, शिवहर, सुपौल, दरभंगा, सीतामढ़ी, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण में गरज के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। अगले 24 घंटे में बारिश और वज्रपात की तीव्रता में और बढ़ोतरी होगी। मौसम विभाग ने इन 11 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यह स्थिति दो जुलाई तक रह सकती है।

दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्सों को छोड़कर इस समय मॉनसून पूरे देश में छा चुका है। लेकिन मौसमी घटनाएं कुछ इस प्रकार से घटी हैं कि एक बड़े क्षेत्र में मानसून नहीं पहुंच पाया है। अब मानसून विभाग ने कहा कि आगामी 7 जुलाई के बाद ही मॉनसून के फिर से सक्रिय होने के आसार हैं। दरसअल, बीते 19 जून के बाद मॉनसून में कोई प्रगति नहीं हुई है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की तरफ से दिल्ली, हरियाणा, पंजाब में बारिश नहीं होने और मानसून के ठिठकने के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। एक कारण यह बताया गया है कि पश्चिमी हवाओं के सक्रिय होने से मॉनसूनी हवाएं उत्तर भारत में नहीं पहुंच पा रही हैं। जबकि मॉनसून पूर्वी हवाओं के सहारे उत्तर भारत में आता है। पूर्वी हवाएं कमजोर पड़ी हुई हैं। मौसम विभाग का कहना है कि 7 जुलाई के बाद ही पूर्वी हवाएं उत्तर भारत की तरफ बहने की संभावना हैं। इसके बाद ही मानसून में कुछ प्रगति संभव है।

उत्तराखंड में आज से मौसम में बदलाव के आसार हैं। पिछले कुछ दिनों से मौसम शुष्क रहने के बाद गुरुवार को बागेश्वर, नैनीताल और पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। दो जुलाई के लिए पहाड़ी जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट रहेगा। मौसम विभाग के पांच दिनी पूर्वानुमान के मुताबिक, दो जुलाई को देहरादून, पौड़ी, नैनीताल में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। टिहरी, चम्पावत, पिथौरागढ़, में भी भारी बारिश के आसार हैं। यहां कहीं-कहीं आकाशीय बिजली गिर सकती है। जबकि, मैदानी क्षेत्रों में 50 से साठ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से झक्कड़ चलने की आशंका भी जताई गई है। तीन और चार जुलाई को नैनीताल और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा। मौसम वैज्ञानिक रोहित थपलियाल के अनुसार, दो जुलाई को मौसम का मिजाज बिगड़ने की सूरत में पहाड़ी क्षेत्रों में लोग सतर्कता बरतें।

Related Articles

Back to top button