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बीजेपी की हार पर अपनों के सवाल, चंदन मित्रा और शत्रुघ्‍न सिन्‍हा ने बताई ‘हार की वजहें’

 दस्तक टाइम्स/एजेंसी: pm-modi-bjp-meeting_650x400_81439457623नई दिल्‍ली: भाजपा में पिछले कुछ समय से पनप रहे असंतोष के चलते बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी को जबर्दस्त हार का सामना करना पड़ा और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पार्टी की ‘आक्रामक’ व्यूहरचना को लेकर आलोचना के घेरे में हैं। बिहार विधानसभा चुनावों में करारी शिकस्त के बाद अब बीजेपी में नेतृत्व पर ही सवाल उठने लगे हैं। पार्टी के तीन बड़े नेता अरुण शौरी, शत्रुघ्न सिन्हा, चंदन मित्रा और आरके सिंह ने सवाल उठाए हैं।

अमित शाह के आक्रामक प्रचार को जनता ने किया खारिज : मित्रा
भाजपा सांसद एवं पत्रकार चंदन मित्रा ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि महागठबंधन का नरम प्रचार और नीतीश कुमार को अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने का उसका दांव काम कर गया। मतदाताओं ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की ओर से बनाये गए आक्रामक प्रचार को खारिज कर दिया।’ मित्रा ने यह भी कहा कि बिहार में एक मजबूत पार्टी नेतृत्व तैयार करने की जरूरत है। मित्रा ने NDTV की वेबसाइट के लिए अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्थापित तथ्य है कि जब उत्तर भारतीय राज्यों में जातिवाद मतदान के इरादों को निर्धारित करता है कि भाजपा को सबसे अधिक नुकसान होता है। उन्होंने कहा, ‘जाति से जाति के मिलान के प्रयास में भाजपा के रणनीतिकार अपनी गणना में गलती कर बैठे।’

‘बिहारी के मुकाबले बाहरी’ मुद्दे का हमेशा के लिए समाधान हुअा : शत्रुघ्न सिन्हा
वहीं, नाराज चल रहे भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने महागठबंधन की जीत को ‘लोकतंत्र की जीत’ करार दिया और पार्टी के शीर्ष नेताओं पर यह कहते हुए कटाक्ष किया कि ‘बिहारी के मुकाबले बाहरी’ के मुद्दे का हमेशा के लिए समाधान हो गया है।

शत्रुघ्न ने श्रृंखलाबद्ध ट्वीट्स में कहा, ‘लालू जी और नीतीश जी को बिहार चुनावों में जीत के लिए बधाई। हम जनता के जनादेश के आगे सिर झुकाते हैं। यह लोकतंत्र और बिहार की जनता की जीत है। मैं उन्हें सलाम करता हूं। ऐसा लगता है कि बिहारी बनाम बाहरी (और बिहारी बाबू की अनुपस्थिति) के मुद्दे का हमेशा के लिए समाधान हो गया है।’ पटना सहिब से भाजपा के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने एक अन्य ट्वीट में पार्टी नेतृत्व को सलाह दी, ‘आत्मावलोकन, परिवर्तन, भविष्य में बेहतर रणनीति, टीमवर्क और समन्वय आज के दिन की मांग है। एक बार फिर बिहारियों को सलाम।’

हार का आत्‍ममंथन और गलती की जांच हो : आर के सिंह
बिहार से भाजपा सांसद आर के सिंह ने कहा कि आत्ममंथन होना चाहिए और जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। सिंह ने चुनाव से पहले पार्टी के टिकट वितरण की आलोचना की थी। नौकरशाह से राजनेता बने आर के सिंह ने कहा, ‘आत्ममंथन होना चाहिए। इसकी जांच होनी चाहिए कि कहां गलती हुई।’ उन्होंने भाजपा के टिकट वितरण पर कहा, ‘यह सोचने का नहीं बल्कि एक तथ्य है। जाइये और जांच कर लीजिये। जिन लोगों के खिलाफ डकैती जैसे अपराधों के लिए आरोपपत्र दाखिल किये गए थे उन्हें टिकट दे दिये गए। यह कुछ ऐसा था जिसकी मुझे अपनी पार्टी से उम्मीद नहीं थी।’

शिवसेना ने नीतीश को बताया महानायक
भाजपा के जले पर नमक छिड़कते हुए एनडीए की सहयोगी शिवसेना ने जदयू नेता नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए उन्हें ‘महानायक’ बताया। शिवसेना ने परोक्ष रूप से प्रधानमंत्री की ओर इशारा करते हुए कहा कि यह हार ‘एक नेता के अवसान का संकेत करती है।

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