बुरी खबर: अंबानी ने दिया बड़ा झटका, अब Jio से नहीं कर पाएंगे…….
देश की दो बड़ी टेलिकॉम कंपनी एयरटेल और रिलायंस जियो कॉल ड्रॉप मामले को लेकर एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। इसी बीच रिलायंस जियो ने कॉल ड्रॉप के आंकड़े पेश किए हैं, जिसमें कम प्वाइंट ऑफ इंटरकनेक्ट यानि PoI मिलने से यूजर को खराब अनुभव का सामना करना पड़ रहा है। जियो की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों में यह साफ है कि अभी भी कॉल ड्रॉप की समस्या में कोई खास कमी नहीं आई है।
नीचे दिखाए गए आंकड़ों से यह पता चलता है कि समान सर्किल में जियो और एयरटेल के बीच आउटगोइंग कॉल ड्रॉप का रेट 31 जनवरी 2017 तक मात्र 0.6 फीसद कम हुआ है। वहीं, 30 सितंबर 2016 के आंकड़ों पर गौर करें तो यह 59.1 फीसद था। अगर नेशनल लॉग डिस्टेंस की बात की जाए, तो 31 जनवरी 2017 तक कॉल ड्रॉप का रेट 53.4 फीसद था। जो कि 30 सितंबर 2016 तक 29.4 फीसद था।
ट्राई के मुताबिक, टेलिकॉम कंपनियों, दूसरे ऑपरेटर को लाइसेंस एग्रीमेंट के अंदर PoI मुहैया कराने के लिए बाध्य हैं। दो नेटवर्क्स के बीच में कॉल ड्रॉप का रेट 0.5 फीसद से कम नहीं होना चाहिए। इन आंकड़ों के आधार पर ये साफ है कि कॉल ड्रॉप के मामलों में बेहद धीमी गति से सुधार हो रहा है।
इससे पहले जियो और एयरटेल एक दूसरे पर आरोप लगाते नजर आए थे। भारती एयरटेल के मुताबिक, उसने जियो को जरुरी POI दिए हैं। ये POI जियो को उसके द्वारा दिए गए कस्टमर ग्रोथ प्रोजेक्शन को ध्यान में रखकर दिए गए हैं। आपको बता दें कि एयरटेल ने जियो को 19 करोड़ यूजर्स के लिए POI दिए हैं, जो कि कंपनी के मौजूदा 7.25 करोड़ यूजर्स से दोगुने हैं। ऐसे में एयरटेल ने कहा है कि जियो को दिए जा रहे पीओआई का वह बेहतर तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पा रही है।
वहीं, जियो ने एयरटेल के सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। जियो के मुताबिक, एयरटेल POI से लोगों को गुमराह कर रही है। एयरटेल जियो को पर्याप्त POI मुहैया नहीं करा रही है। इसकी वजह से 53.4 फीसद लॉन्ग डिस्टेंस कॉल फेल हो रही हैं। जियो ने कहा कि हर दिन 2.6 करोड़ से ज्यादा कॉल फेल हो रही हैं, जबकि ट्राई के नियमों के मुताबिक यह 0.5 फीसद से ज्यादा नहीं होना चाहिए।