बेंगलुरु : राजधानी बेंगलुरु में मंगलवार को एक बस ड्राइवर ने ज्योतिषी के कहने पर बस को करीब डेढ़ घंटे तक बस डिपो में ही खड़ा रखा। ड्राइवर के ऐसा करने के बाद जब वरिष्ठ अधिकारियों ने उससे स्पष्टीकरण मांगा तो उसने कहा कि उसने एक ज्योतिषी की सलाह पर ऐसा किया था।
ड्राइवर ने कहा कि ज्योतिषी ने उससे कहा था कि अगर वह सही समय पर बस को डिपो से लेकर निकलेगा तो बस हादसे का शिकार हो जाएगी और इसमें 15 लोगों की मौत होगी। बेंगलुुरु महानगर परिवहन निगम के ड्राइवर योगेश गौड़ा को मंगलवार को शहर के रूट नंबर 45जे पर ड्यूटी के लिए भेजा गया था। इस दौरान योगेश को सुबह 6.15 बजे मैजिस्टिक बस स्टेशन तक जाने वाली बस के साथ रवाना होना था। परिवहन निगम के अधिकारियों के अनुसार ड्यूटी के बावजूद योगेश ने सुबह तय समय पर काम की शुरुआत नहीं की और बस को डिपो में ही खड़ा रखा। इस दौरान कई यात्रियों ने उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत की, लेकिन अपनी जिद के मुताबिक योगेश सुबह करीब 7.25 बजे बस को लेकर रवाना हुआ। जब वरिष्ठ अधिकारियों ने योगेश से इस पर स्पष्टीकरण मांगा तो योगेश ने इसके पीछे एक ज्योतिष की सलाह की बात कही। योगेश ने बताया कि उसने बीते 31 अगस्त को एक ज्योतिषी से मुलाकात की थी और उसने कहा था कि अगर बस को तय समय पर डिपो से निकाला गया तो राहु काल के प्रभाव के कारण इसमें सवार 15 लोगों की मौत हो जाएगी। योगेश ने कहा कि उसने बीएमटीसी को नुकसान पहुंचने से ज्यादा यात्रियों की जान बचाना जरूरी समझा और इसिलिए बस चलाने में देरी की गई। योगेश ने हमारे सहयोगी अखबार बेंगलुरु मिरर से बात करते हुए यह भी कहा कि बस का सही समय सुबह 6.35 मिनट पर था और उसने 7.25 मिनट पर इसे डिपो से निकालकर ड्यूटी की शुरुआत की। वहीं अब इस पूरे मामले पर परिवहन निगम के अधिकारी विभागीय जांच में जुटे हुए हैं। दूसरी ओर योगेश का यह तर्क अब शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। विभाग की दलील है कि योगेश के बस को देर से चलाने के कारण यात्रियों को परेशानी हुई, वहीं कम फेरे लगने के कारण परिवहन निगम की कमाई को भी नुकसान हुआ। लेकिन इन सब से इतर योगेश की दलील है कि जैसे निगम यात्रियों और बस के सुरक्षा के लिए साल भर में कई सारी पूजा कराता है, उसी तरह आस्था और ज्योतिष विद्या पर विश्वास करते हुए उसने सुरक्षा के लिए बस चलाने में देरी की।