बेटा नहीं हुआ तो बेटियों के साथ बहू को भी घर से निकाला
जिले की यह घटना बेटी बचाओ अभियान पर पानी की तरह पैसा बहा रही केंद्र व प्रदेश सरकार को आईना दिखाने वाली है। सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में तीन पुत्रियों संग धरने पर बैठी नीलम का मायका नगर पालिका क्षेत्र के गांव पूरे बान सिंह कटरा लालगंज और ससुराल अमेठी थाने के छोटा रामनाथपुर मजरे गोपालपुर में है।
उसका विवाह तीन दिसंबर 2006 को श्यामलाल उर्फ बाबू के साथ हुआ था। विवाह के बाद से ही उसे दहेज कम लाने को लेकर परेशान किया जाता रहा। इसके बाद उसे एक-एक कर तीन पुत्रियां बेबी, सानिया व संध्या पैदा हुईं तो ससुरालीजन और नाराज होते गए।
वह ससुरालीजनों से बचकर किसी तरह थाने पहुंची लेकिन पुलिस ने उसकी मदद करने के बजाय डांटकर भगा दिया।
महिला के पति श्यामलाल ने आरोपों को निराधार बताया। कहा कि महिला का पड़ोसी से विवाद हुआ था। उसके बाद वह बच्चियों को मार-पीट रही थी। मना करने पर उसने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगाने की कोशिश की थी।