भारत दौरे पर आए मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद से सुषमा स्वराज ने की मुलाकात
मालदीव की नई सरकार में विदेश मंत्री का पद संभालने के बाद अब्दुल्ला की यह पहली विदेश यात्रा है। अब्दुल्ला की भारत यात्रा इसलिए भी काफी महत्व रखती है क्योंकि मालदीव की पिछली सरकार में भारत के साथ उसके रिश्तों में दरार पैदा हो गई थी। तत्कालीन राष्ट्रपति अब्दुल्ला यमीन को चीन का करीबी माना जाता था।
उनके नेतृत्व वाली सरकार चीन के पाले में खड़ी दिख रही थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘सुषमा और अब्दुल्ला के बीच हुई मुलाकात सार्थक रही। इस दौरान दोनों नेताओं ने आपसी सहयोग और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की। साथ ही क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के मुद्दे पर भी दोनों नेताओं ने बात की।’ इससे पहले सुषमा ने अब्दुल्ला का स्वागत करते हुए उन्हें विदेश मंत्री बनने पर बधाई दी। 17 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मालद्वीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोलीह के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे।