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भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला

एडिलेडः भारत ने गेंदबाजों के दम पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला 31 रनों से अपना नाम कर लिया। एडिलेड ओवल मैदान पर 323 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम पांचवें दिन 291 रन बनाकर ढेर हो गई। इस जीत के साथ भारत ने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। भारत की पहली पारी में बनाए 250 रन के जवाब में मेजबान टीम पहली पारी में 235 के स्कोर पर ऑल आउट हो गई थी। पहली पारी की शतकवीर (123) और दूसरी पारी में 71 रन बनाने वाले चेतेश्वर पुजारा को मैन ऑफ द मैच चुना गया है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में पहली बार जीत के साथ टेस्ट सीरीज का आगाज किया है। भारत ने कंगारू टीम को उसके घर में 11 साल बाद मात दी है। इससे पहले भारत ने कंगारुओं को जनवरी, 2008 में हराया था। अनिल कुंबले की कप्तानी में पर्थ के मैदान पर खेले गए उस मुकाबले में टीम इंडिया ने 72 रनों से जीत दर्ज की थी। ऑस्ट्रेलिया की ओर से आउट होने वाले अंतिम बल्लेबाज जोश हेजलवुड रहे।

उन्हें आर अश्विन ने पवेलियन की राह दिखाई। वहीं, नाथन ल्योन 38 रन बनाकर नाबाद रहे। दूसरी पारी में भारत के लिए आर अश्विन, जसप्रती बुमराह और मोहम्मद शमी ने तीन-तीन विकेट हासिल किए। जबकि इशांत शर्मा ने 1 विकेट चटकाया। मेजबान टीम ने अपने चार विकेट 84 के स्कोर पर खो दिए थे। भारत ने चौथे दिन टी ब्रेक से पहले एरोन फिंच (11) को आर अश्विन ने आउट कर ऑस्ट्रेलिया को पहला झटका दिया। इसके बाद अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे मार्कस हैरिस को मोहम्मद शमी की गेंद को कट करना महंगा पड़ा और वह विकेटकीपर पंत को कैच थमा बैठे। ऑस्ट्रेलिया का तीसरा विकाट उस्मान ख्वाजा (8) के रूप में गिरा। उन्हें अश्विन ने रोहित शर्मा के हाथों लपकवाया। उस्मान ने अश्विन की गेंद को मिडआफ पर उछाला जिसे रोहित ने बड़ी खूबसूरती से लपक लिया। मार्श ने पीटर हैंडस्कॉब (14) के साथ मिलकर 13 ओवर से भी ज्यादा समय तक भारत को सफलता नहीं मिलने दी। ऐसे में शमी ने फिर से गेंद संभाली और हैंडस्कॉब ने उनकी शार्ट पिच गेंद पर पुजारा को कैच थमा दिया। चौथे दिन दूसरी पारी में भारत के लिए आर अश्विन और मोहम्मद शमी ने दो-दो विकेट हासिल किए।

स्टार्क और कमिंस ने खेली धैर्यपूर्ण पारी

ऑस्ट्रेलिया को आठवां झटका मिशेल स्टार्क के रूप में 228 के स्कोर पर लगा। टिम पेन के आउट होने के बाद बल्लेबाजी के लिए आए स्टार्क ने टिककर रन बनाए। उन्होंने 44 गेंदों की अपनी पारी में 22 चौकों की मदद से 28 रन बनाए। उन्हें 101वें ओवर की चौथी गेंद पर मोहम्मद शमी ने विकेट की पीछे पंत के हाथों कैच कराया। उन्होंने आठवें विकेट के लिए पैट कमिंस के साथ 41 रनों की साझेदारी की। इसके बाद कमिंस भी 259 के स्कोर पर पवेलियन लौट गए। उन्होंने 121 गेंदों में 28 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 3 चौके लगाए। कमिंस को 109वें ओवर की चौथी गेंद पर पवेलियन भेजकर 9वीं सफलता दिलाई।

लड़खड़ाते हुए ऑस्ट्रेलिया ने बनाए 200 रन

दूसरी पारी में खराब शुरुआत का असर ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी पर भी साफ नजर आया। मेजबान टीम ने लड़खड़ाते हुए 88.2 ओवर में 200 का आंकड़ा छुआ। इस आंकड़े तक पहुंचते-पहुंचते ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट गंवा दिए। टीम को 200 रन बनाने के लिए 532 गेंदें खेलनी पड़ीं। इस दौरान टीम को 9 अतिरिक्त रन मिले। हालांकि, सैकड़े के बाद ऑस्ट्रेलिया ने अगले 100 रन तेजी से जोड़े। इससे पहले ऑस्ट्रे्लिया ने 100 रन 282 गेंदों में बनाए थे। इसके बाद 200 का आंकड़ा छूने के लिए उसने 250 गेंदें खेलीं। मेजबान टीम ने पहली पारी में 200 रन 545 गेंदों में बनाए थे।

अर्धशतक से चूके कप्तान टिम पेन

ऑस्ट्रेलिया का सातंवा विकेट कप्तान टिम पेन तौर पर गिरा। टिककर बल्लेबाजी कर रहे पेन अर्धशतक बनाने से चूके गए और 41 रन बनाकर अपना विकेटं गंवा बैठे। 73 गेंदों की अपनी पारी में उन्होंने 4 चौके जड़े। शॉन मार्श के आउट होने के बाद पेन ने पैट कमिंस के साथा पारी को संभलकर आगे बढ़ाया। दोनों के सातवें विकेट के लिए 30 रन की साझेदारी करने के बाद भारतीय खेमे बैचेनी बड़ गई। लेकिन लंच ब्रेक के बाद बुमराह ने पेन को आउट कर भारत को खुश होने के दोबार मौका दे दिया। पेन को बुमराह ने 85वें ओवर की पहली गेंद पर पवेलियन की राह दिखाई। वह बुमराह की शॉट की गेंद को खेलते चाहते थे लेकिन गेंद बल्ले से लगकर विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों में चली गई। उनका विकेट 187 के कुल स्कोर पर गिरा। पेन ने पहली पारी में महज 5 रन बनाए थे।

लंच ब्रेक तक नाजुक मोड़ पर मैच

पांचवें दिन का खेल शुरू होने के बाद लंच ब्रेक तक मैच नाजुक मोड़ पर पहुंच गया। चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक 4 विकेट गंवाकर 104 रन बनाने वाले मेजबान टीम ने पहले सत्र में दो विकेट खो दिए। टीम की पारी को आगे बढ़ाने उतरे ट्रेविस हेड (14) और शॉन मार्श (60) के 31 रन ही जोड़ने के बाद मेजबान टीम को हेड के रूप में दिन का पहला झटका लगा। हेड को कुल 115 के स्कोर पर इशांत शर्मा ने अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराया। ऑस्ट्रेलिया के लिए पहली पारी में अर्धशतक लगाने वाले हेड इस बार अधिक देर तक मैदान पर नहीं टिक पाए। इसके बाद मार्श ने कप्तान टिम पेन के साथ पारी को संभालने की कोशिश करते हुए 41 रन ही जोड़े थे कि जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया को दूसरा झटका दे दिया। उन्होंने मार्श को 156 के स्कोर पर विकेट के पीछे खड़े ऋषभ पंत के हाथों कैच आउट कर पवेलियन का रास्ता दिखाया। टीम को लंच ब्रेक से ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 137 रनों की दरकार थी। वहीं भारत को जीत के लिए चार और विकेट चटकाने थे। लंच ब्रेक तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 186/6 था।

शॉन मार्श ने खेली अर्धशतक पारी

ऑस्ट्रेलिया का छठा झटका शॉन मार्श के रूप में 156 के स्कोर पर लगा। लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे मार्श ने दूसरी पारी में अर्धशतक जड़ा। उन्होंने 166 गेंदों में 5 चौकों की मदद से 60 रन बनाए। इससे पहले उन्होंने 146 गेंदों में अर्धशतकत बनाया। उन्होंने अपना अर्धशतक चौका लगाकर पूरा किया। मार्श 14 पारियों के बाद अर्धशतक जमाने में कामयाब हो सके हैं। यह उनके टेस्ट क्रिकेट करियर का 10वां पचासा है। उन्हें 73वें ओवर की पहली गेंद पर जसप्रीत बुमराह ने पवेलियन की राह दिखाई। वह बुमराह की बाहरी जाती को छेड़ने की कोशिश में विकेट ऋषभ पंत को कैच थमा बैठे।तीन विकेट जल्दी गिरने के बाद चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए मार्श ने बिना हड़बड़ी दिखाए रन जुटाए। पहली पारी में उन्होंने महज 2 रन बनाए था जिसकी वजह से उनपर दूसरी पारी में अच्छे प्रदर्शन का दबाव था।

दूसरी पारी में नहीं चला ट्रेविस का बल्ला

पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के लिए 72 रन बनाने वाले ट्रेविस हेड जल्द पवेलियन लौट गए। चौथे दिन 11 रन बनाकर नाबाद लौटे ट्रेविस अंतिम दिन अपनी पारी में महज 3 रन जोड़ सके और 14 के निजी स्कोर पर आउट हो गए। अपनी 62 गेंदों की पारी में उन्होंने 1 चौका लगाया। उन्हें खेल शुरू होने के कुछ देर बाद इशांत शर्मा ने 57वें ओवर की चौथी गेंद पर अपना शिकार बनाया। वह इशांत की बाउंसर पर गलत शॉट बैठे और अजिंक्य रहाणे के हाथों लपके गए। उनका विकेट 115 के कुल स्कोर पर गिरा। पहली पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम के लड़खड़ाने के बाद ट्रेविस अकेले बल्लेबाज था जिन्होंने टिककर बल्लेबाजी की। पहली पारी में वह अपनी टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन वाले बल्लेबाज थे।

टीम:-

भारत: विराट कोहली (कप्तान), लोकेश राहुल, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, मोहम्मद शमी, आर अश्विन, ईशांत शर्मा और जसप्रीत बुमराह

ऑस्ट्रेलिया: टिम पेन (कप्तान/ विकेटकीपर), मार्कस हैरिस, एरोन फिंच, उस्मान ख्वाजा, ट्रेविस हेड, शॉन मार्श, पीटर हैंडस्कॉब, मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और नाथन ल्योन

1. भारत VS ऑस्ट्रेलिया (मेलबर्न, 1977):- भारतीय टेस्ट टीम ने ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर अपने इतिहास की पहली टेस्ट जीत 1977 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर हासिल की थी। उस सीरीज में टीम इंडिया सीरीज के पहले दो टेस्ट मैच गंवा चुकी थी लेकिन तीसरे टेस्ट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 222 रनों से विशाल जीत दर्ज करते हुए इतिहास रचा था। उस मैच में बल्लेबाज सुनील गावस्कर और गेंदबाज बीएस चंद्रशेखर स्टार बने थे। मैच की पहली पारी में भारत 256 रनों पर सिमटा था, इसके बाद कंगारू टीम पहली पारी में 213 रन पर सिमट गई। चंद्रशेखर ने इस पारी में 52 रन देकर 6 विकेट लिए थे। दूसरी पारी में गावस्कर ने 118 रन बनाते हुए ऑस्ट्रेलिया के सामने 387 रनों का लक्ष्य रखा और फिर दूसरी पारी में कंगारू टीम को 164 रन पर पस्त करते हुए मैच जीत लिया। ठीक पहली पारी की तरह दूसरी पारी में भी चंद्रशेखर ने 52 रन देकर 6 विकेट लिए।

2. भारत VS ऑस्ट्रेलिया (सिडनी, 1978):- टीम इंडिया ने 1977 में ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर अपनी पहली जीत दर्ज की थी जिससे उनके हौसले बुलंद हो चुके थे। अगले साल जब वे फिर ऑस्ट्रेलिया पहुंचे तो इस बार सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में इतिहास दोहराया गया। भारत ने इस बार सीरीज का चौथा टेस्ट मैच जीता। भारत ने उस मैच में पारी और 2 रन से जीत दर्ज की थी। इस बार चंद्रशेखर और बिशन सिंह बेदी की गेंदबाजी जोड़ी ने कहर बरपाया। ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में कुल 131 रन पर सिमट गई थी। भारत ने अपनी पहली पारी में 8 विकेट पर 396 रन पर पारी घोषित कर दी। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया 263 रनों पर सिमट गया और उसने पारी और 2 रन से मैच गंवा दिया। चंद्रेशखर ने मैच में चंद्रशेखर ने 6, बेदी ने 5, प्रसन्ना ने 5 लेकर शानदार प्रदर्शन किया।

3. भारत VS ऑस्ट्रेलिया (मेलबर्न, 1981):- भारतीय टीम जब 1981 में मेलबर्न के मैदान पर पहुंची तो इस मैदान पर 1977 की जीत ज्यादा पुरानी नहीं हुई थी। टीम इंडिया को यहां जीतना आता था। मैच की पहली पारी में गुंडप्पा विश्वनाथ (114) के दम पर भारत 237 रन बनाकर ऑलआउट हुआ। फिर ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 419 रन बना डाले। दूसरी पारी भारत 324 रन पर सिमटा जिस दौरान सुनील गावस्कर (70 रन) को LBW आउट दिया गया और ये विवादित फैसला बना जिसे खूब सुर्खियां भी मिलीं। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को कुल 143 रनों का लक्ष्य दिया लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने गजब का प्रदर्शन किया और मेजबान टीम को कुल 83 रन पर ऑलआउट करते हुए मैच 59 रन से जीत लिया। चौथी पारी में कपिल देव ने 28 रन देते हुए 5 विकेट लिए। ये भारत की ऑस्ट्रेलिया में बेहतरीन जीत थी।

4. भारत VS ऑस्ट्रेलिया (एडिलेड, 2003):- भारत ने मेलबर्न और सिडनी के मैदान पर टेस्ट जीत दर्ज कर ली थी और 2003 में बारी आई एडिलेड ओवल मैदान की। सौरव गांगुली की कप्तानी वाली उस टीम ने इतिहास रचा। मैच की पहली पारी में रिकी पोंटिंग के 242 रनों की पारी के दम पर कंगारुओं ने 556 रनों का स्कोर खड़ा किया जिस दौरान कुंबले ने 5 विकेट लिए। जवाब में भारत ने पहली पारी में 523 रन बना डाले जिसमें राहुल द्रविड़ ने ऐतिहासिक दोहरा शतक जड़ा और 233 रनों की पारी खेली। वहीं लक्ष्मण ने 148 रनों की पारी खेली। तीसरी पारी में अजीत अगरकर (6 विकेट) के कहर के आगे कंगारू टीम 196 रन पर सिमट गई और भारत को 230 रनों का लक्ष्य मिला। चौथी पारी में टीम इंडिया ने 72.4 ओवर में 6 विकेट खोते हुए लक्ष्य हासिल कर लिया और एक बार फिर द्रविड़ ने नाबाद 72 रनों की पारी खेलकर टीम को 4 विकेट से मिली यादगार जीत तक पहुंचाया।

5. भारत VS ऑस्ट्रेलिया (पर्थ, 2008):- जब टीम इंडिया 2008 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहुंची तो दुनिया की सबसे तेज पिच वाका पर भारत ने इतिहास रचा। भारत इससे पहले मेलबर्न, सिडनी और एडिलेड में जीत दर्ज कर चुका था, इस बार पर्थ की बारी थी। ये उस टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच था। भारत ने राहुल द्रविड़ के 93 रनों की मदद से पहली पारी में 330 रन बनाए, जवाब में कंगारु अपनी पहली पारी में 212 रन पर ही सिमट गए। इस दौरान आरपी सिंह ने सर्वाधिक 4 विकेट लिए। फिर दूसरी पारी में लक्ष्मण के 79 रनों व तीसरे नंबर पर अचानक बल्लेबाजी करने उतरे इरफान पठान की 46 रनों की पारी के दम पर भारत ने 294 रन बनाए व ऑस्ट्रेलिया को 413 रनों का लक्ष्य दे डाला। चौथी पारी में कंगारू टीम ने कोशिश तो काफी की लेकन वे 340 रन पर सिमट गए। भारत ने ये मैच 72 रनों से जीता। इस दौरान इरफान पठान ने 3 विकेट लिए। पठान ने मैच में कुल 5 विकेट लिए और दूसरी पारी में शानदार बल्लेबाजी भी की, जिसके साथ ही वो मैन ऑफ द मैच बने।

6. भारत VS ऑस्ट्रेलिया (एडिलेड, 2018):- अब तकरीबन 11 सालों के इंतजार के बाद विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय टेस्ट टीम ने एडिलेड में कमाल कर दिखाया है और ऑस्ट्रेलिया में भारत की छठी टेस्ट जीत दर्ज हुई। सबसे दिलचस्प बात ये है कि पहली पारी टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज के पहले ही मुकाबले में जीत मिली है। गौरतलब है कि भारत ने कभी ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज नहीं जीती है लेकिन इस बार शुरुआत अच्छी हुई, ऐसे में उम्मीदें अब बढ़ चुकी हैं।

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