नई दिल्ली: मुंबई में 1993 में हुए सिलसिलेवार धमाकों के दोषी याकूब मेमन को आज दी गई फांसी के बाद महाराष्ट्र के कोल्हापुर की दो बहनों को फांसी की अटकलेें तेज हो गई है। सूत्रों का कहना है कि अब रेणुका किरण शिंदे तथा उसकी बहन सीमा मोहन गवित को फांसी दी जाएगी। इस मामले में आखिरी सुनवाई अप्रैल 2015 को हुई थी। जबकि अगली सुनवाई अक्तूबर 2015 को होगी। ऐसे में माना जा रही है कि इन के खिलाफ भी डैथ वारंट जारी किया जा सकता है। आपको बता दें कि इन महिलाओं को यह सजा वर्ष 2001 में सुनाई गई थी। इन दोनों की दया याचिका को राष्ट्रपति ने 2014 में खारिज कर दिया था। अपराधी महिलाओं रेणुका तथा सीमा पर आरोप था कि दोनों बहनों ने अपनी मां अनजानाबाई गवित के साथ मिलकर 13 बच्चों का अपहरण किया और उन्हें भीख मांगने के लिए मजबूर किया। जब इनमें से 9 बच्चे भीख मांगने योग्य नहीं रहे या उन्होंने मना कर दिया तो तीनों ने मिलकर उन बच्चों की हत्या कर दी। केस ट्रायल के दौरान अनजानाबाई की मृत्यु हो गई जबकि इनका पिता किरण शिंदे सरकारी गवाह बन गया जिसके बाद उसे बाइज्जत बरी कर दिया गया।