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भ्रष्टाचार मामले में मिली सजा को चुनौती देंगे पूर्व पाक पीएम नवाज शरीफ

पाकिस्तान के अपदस्थ (अब पूर्व) प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अल-अजीजिया स्टील मिल मामले में खुद को भ्रष्टाचार के लिए दी गई 7 साल की सजा को चुनौती देने का निर्णय लिया है। उनके वकील ने रविवार को बताया कि नवाज इस मामले में इसी सप्ताह इस्लामाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करेंगे।  पिछले सोमवार को इस्लामाबाद की भ्रष्टाचार निरोधक अदालत ने 68 वर्षीय शरीफ को अल-अजीजिया मामले में 7 साल जेल की सजा दी थी, लेकिन फ्लैगशिप इन्वेस्टमेंट केस में बरी कर दिया था।

भ्रष्टाचार मामले में मिली सजा को चुनौती देंगे पूर्व पाक पीएम नवाज शरीफ

जवाबदेही अदालत ने शरीफ पर 25 लाख डॉलर और 15 लाख पाउंड का जुर्माना भी लगाया था। शरीफ के वकील ख्वाजा हैरिस ने रविवार का कहा, हमने इस निर्णय के खिलाफ याचिका का ड्राफ्ट लगभग तैयार कर लिया है और हम इसी सप्ताह इस्लामाबाद हाईकोर्ट में यह याचिका दाखिल करेंगे। ख्वाजा ने कहा, हमें हाईकोर्ट से राहत मिलने की पूरी उम्मीद है, क्योंकि जवाबदेही अदालत के निर्णय में कई तरह के झोल हैं। शरीफ की कानूनी टीम ने शनिवार को लाहौर की कोट लखपत जेल में उनसे मिलकर इस निर्णय पर विचार-विमर्श भी किया। इसके बाद टीम के सदस्य शरीफ के रायविंद स्थित जाति उमरा आवास भी पहुंचे और उनकी बेटी मरियम नवाज से भी सलाह की।

 
क्या है मामला
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन के सुप्रीमो नवाज शरीफ का नाम 2016 में पनामा पेपर लीक में आने पर सुप्रीम कोर्ट ने 2017 में उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटा दिया था। इसके बाद 8 सितंबर, 2017 को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (नैब) ने शरीफ परिवार के खिलाफ तीन मामलों एवनफील्ड प्रॉपर्टीज केस, फ्लैगशिप इन्वेस्टमेंट केस और अल-अजीजिया स्टील मिल केस में जांच शुरू की थी, जिसमें अदालत ने पिछले सोमवार को सजा सुनाई थी। जवाबदेही अदालत ने शरीफ को सजा पूरी करने के बाद 10 साल तक किसी भी सरकारी पद पर नियुक्त होने से प्रतिबंधित भी किया है।

दो मामलों में हो चुकी है सजा
यह तीन बार के प्रधानमंत्री शरीफ को इस साल दूसरी बार सज सुनाई गई है। इससे पहले जुलाई में उन्हें एवनफील्ड मामले में भी 10 साल की सजा सुनाई गई थी। उस मामले में उनकी बेटी मरियम शरीफ को भी 7 साल और दामाद मोहम्मद सफदर को एक साल कैद की सजा सुनाई गई थी। करीब 63 दिन जेल में बिताने के बाद इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने उनकी सजा 19 सितंबर को निलंबित कर दी थी। पिछले सोमवार को दूसरे मामले में सजा सुनाए जाने पर शरीफ को एक दिन के लिए रावलपिंडी की अदियाला जेल में रखा गया था, जहां से अगले दिन उन्हें कोट लखपत जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। शरीफ के छोटे भाई व पीएमएल-एन के वर्तमान अध्यक्ष शहबाज शरीफ भी 14 अरब की आशियाना हाउसिंग स्कीम में भ्रष्टाचार के आरोपों के लिए कोट लखपत जेल में ही बंद हैं।

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