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मप्र के निवासी, दूसरे राज्यों से दी परीक्षा, अब जांच के घेरे में
दस्तक टाइम्स/एजेंसी: भोपाल (नप्र)। मप्र का मूल निवासी होने के बावजूद दूसरे राज्यों में परीक्षा देने वाले पीएमटी 2009 में शामिल 1200 उम्मीदवार जांच के घेरे में हैं। सीबीआई ने संचालक चिकित्सा शिक्षा (डीएमई) को पत्र लिखकर इनसे संबंधित जानकारी मांगी है।
सीबीआई को पीएमटी 2009 में ऐसे उम्मीदवार मिले हैं, जिन्होंने परीक्षा गुजरात या फिर अन्य राज्यों में दी थी। जबकि उनमें से ज्यादातर का पता मप्र का है। इससे यह पता लगाया जा रहा है कि दूसरे राज्यों में परीक्षा देने के पीछे कोई गड़बड़ी तो नहीं हुई है।
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने डीएमई से पूछा है कि इन 1200 उम्मीदवारों में से मेडिकल कॉलेजों में दाखिला कितने छात्रों ने लिया है और उनकी मेरिट क्या रही? सीबीआई ने दाखिला लेने वाले छात्रों के दस्तावेज भी मेडिकल कॉलेजों से मांगे गए हैं।
इसके अलावा काउंसलिंग में शामिल अधिकारी-कर्मचारियों से लगातार पूछताछ की जा रही है। इससे यह पता लगाया जा रहा है कि फर्जी उम्मीदवार काउंसलिंग के समय आया था या फिर उसका सीधे कॉलेज में दाखिला हुआ। जबकि काउंसलिंग में मुन्नाभाइयों का पता करने के लिए क्या इंतजाम किए गए थे। गौरतलब है कि सीबीआई फिलहाल 2008, 2009 और 2011 पीएमटी की जांच की जा रही है।
315 मुन्नाभाइयों ने लिया था दाखिला
प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में सबसे ज्यादा मुन्नाभाई 2009 में दाखिल हुए थे। 2006 से 2013 के बीच 315 मुन्नाभाई मिले थे। जांच के बाद इन्हें कॉलेज से निकाला गया है। इन्होंने अपनी जगह किसी और उम्मीदवार को पीएमटी में बैठाकर मेरिट हासिल की थी।