महफूज रहेंगी इस स्कूटी पर सवार बेटियां, एमआईटी के छात्रों का कमाल
छात्राओं के कहीं फंसने पर एक बटन दबाते ही नजदीक पुलिस स्टेशन पर में फोन कर सूचना दे देगी। इसके अलावा भी स्कूटी में कई और फीचर भी हैं जो उसे दुनिया के बेहतरीन स्कूटी बनाते हैं।
एमआईटी के छात्र आदित्य सक्सेना ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक स्कूटी को आधुनिक जरूरतों से कहीं आगे जाते हुए तैयार किया है। तकनीकी और फीचर से लैस स्कूटी हर कदम पर चालक की मदद करेगी।
स्कूटी को पेट्रोल और बैटरी दोनों से चलाए जाने तकनीकी को विकसित किया है। इसके साथ ही उसके एक डिवाइस लगाई गई है जो जीपीआरएस से कनेक्ट है। डिवाइस मोबाइल के नंबरों की तरह अलग अलग फंक्शन पर कार्य करेगी।
स्कूटी पासवर्ड से चलेगी। पासवर्ड में भी दो मोड दिए हैं। पहला मेन और दूसरा फ्रेंड्स। मेन में स्कूटी मालिक के पासवर्ड पर चलेगी और दूसरा पासवर्ड फ्रेंड्स और रिश्तेदारों के लिए होगा। स्कूटी पासवर्ड डालने पर ही चलेगी।
इसके अलावा डिवाइस में एक चिप लगाई गई है जिसमें सभी आवश्यक नंबर सेव किए जाएंगे। स्कूटी चलाते समय लड़की कहीं विषम परिस्थिति में फंस जाएं या मनचले पीछा करे तो वह डिवाइस में नौ बार छह नंबर को दबा दें तो नजदीकी पुलिस स्टेशन पर मैसेज चला जाएगा।
दुर्घटना या किसी की मदद के लिए डिवाइस में आवश्यक नंबर भी सेव होंगे। इसमें आठ अन्य मोड दिए हैं। इस स्कूटी को तैयार करने में आदित्य के सहयोगी पवन कुमार, गार्गी शर्मा और भूपेंद्र कुमार रहे। इन सभी को नितिन सक्सेना ने गाइड किया।
– बैटरी और पेट्रोल इंजन से एक साथ भी चलाई जा सकेगी।
– जाम मोड डालने पर जाम में फंसने की स्थिति पर बैटरी से चलेगी और बाहर आते ही पेट्रोल से।
– पुल मोड में डालने पर अधिक लोड के लिए खुद ही पेट्रोल इंजन से चलेगी। सामान्य स्थिति आते ही बैटरी से चलने लगेगी। इससे ईंधन की बचत होगी।
– स्कूटी के डिस्प्ले पर यात्रा के समय साथ लेकर चलने वाले कागजात की सूची साथ होगी।
– चालान की प्रक्रिया और उसके प्रकार का भी रिकार्ड है दर्ज। पुलिस वाले बिना मतलब के नहीं काट सकेंगे गलत चालान।
– सर्विसिंग की जरूरत पर देगी खुद ही सूचना।
– राइडिंग के समय चालक का फोकस बनाए रखने की भी है व्यवस्था।
– दुर्घटना की स्थिति में जरूरी नंबर भी दी जा सकेगी सूचना