‘महाबली’ सुशील को चुनौती देने वाला पहलवान नरसिंह?
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नई दिल्ली। 2010 में पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर सुर्खियां बटोरने वाले नरसिंह यादव पिछले कुछ समय से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचने में सफल रहे हैं। लेकिन उनके अच्छे प्रदर्शन ने भारत के ओलंपिक अभियान के लिए एक अजीबोगरीब स्थिति पैदा कर दी है। हम आपको बता रहे हैं कि कौन हैं नरसिंह और क्या है ये पूरा विवाद।
1989 में उत्तर प्रदेश में पैदा हुए नरसिंह पंचम यादव के पिता का नाम पंचम यादव और मां का नाम भूलना देवी है। नरसिंह पंचम यादव और उनका भाई विनोद यादव, दोनों ही पहलवान हैं। नरसिंह के पिता मुंबई में दूध बांटने का काम करते हैं वहीं उनकी मां वाराणसी के एक छोटे गांव में रहती हैं। वे वहां अपनी दो बीघा जमीन की रखवाली करती हैं। नरसिंह 13 साल की उम्र से ही कुश्ती की ट्रेनिंग कर रहे हैं।
आज वो ओलंपिक में जाने के लिए फ्रंट रनर हैं और उनका मुकाबला अपने ही देश में ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार के साथ है। ये पहलवान देश के नंबर वन पहलवाल सुशील कुमार के लिए चुनौती बनकर उभरा है। आज खुद सुशील कह रहे हैं कि उनका नरसिंह से मुकाबला कराया जाए और जो जीते उसे ओलंपिक टिकट दिया जाए।
बहरहाल, खबर ये है कि नरसिंह रियो ओलंपिक 2016 के लिए 74 किलो वर्ग में क्वालीफाई कर चुके हैं। लेकिन यही से परेशानियां शुरू होती हैं क्योंकि देश को दो ओलंपिक मेडल दिलाने वाले सुशील कुमार भी 74 किलो वर्ग की रेसलिंग में हिस्सा लेते हैं जिससे साफ है कि भारतीय रेसलिंग फेडरेशन के सामने अब बड़े उहापोह की स्थिति बनी हुई है। फेडरेशन को अब ये फैसला लेना है कि इन दोनों प्रतिभावान खिलाड़ियों में से किसे रियो ओलंपिक का टिकट थमाया जाए।
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह ने कहा कि इसे केवल मीडिया में बढ़ा चढ़ाकर दिखाया जा रहा है और ऐसी मांग भी केवल मीडिया में हुई है। भारत की परंपरा रही है कि जिस व्यक्ति ने अपना स्थान बनाया है उसी व्यक्ति को आगे बढ़ाया गया है। लेकिन दूसरी तरफ मांग करने वाला भी साधारण व्यक्ति नही है। निश्चित ही, आज देश में कुश्ती जिस ऊंचाई पर पहुंची है, उस ऊंचाई पर पहुंचाने में सुशील का भी बड़ा योगदान रहा है। हालांकि नरसिंह यादव भी पहला ऐसा खिलाड़ी है, जिसने मेडल के साथ क्वालीफाई किया है।
उन्होंने कहा कि हम देशहित में फैसला लेंगे और मैं मीडिया के कहने पर नहीं बताऊंगा कि दोनों के बीच कोई ट्रायल होगा या फिर कैसे इस विवाद से निपटा जाएगा। वहीं इस मामले में सुशील कुमार ने कहा है कि मैं बिल्कुल फिट हूं और किसी भी मुकाबले के लिए तैयार हूं। अगर सरकार से कोई फैसला आता है तो हमारी सलेक्शन कमेटी के पास ये मसला जाएगा। ये इतना छोटा मसला नहीं है, हो सकता है कि यह मामला पीएम मोदी तक भी जाए। वहीं इस मामले में सुशील कुमार ने चुनौती देते हुए कहा कि मेरा बाउट होना चाहिए। नरसिंह से मेरा फाइट होना चाहिए और जो जीते वहीं ओलंपिक के लिए क्वालीफाई माना जाए।