एक विदेशी टूरिस्ट को पुलिस हेडक्वार्टर में बुलाकर रेप करने के मामले में अफसरों को सजा सुनाई गई है. मामला पेरिस का है. फ्रांस पुलिस की एक इलीट यूनिट के दो अफसरों को करीब 7 साल जेल की सजा दी गई है.
कनाडा की रहने वाली टूरिस्ट ने आरोप लगाया था कि अप्रैल 2014 में उसके साथ गैंग रेप किया गया. मामले को लेकर एमिली स्पैन्टन ने अपनी पहचान भी उजागर करने का फैसला किया था.
शाम को एक आयरिश बार में मिलने और शराब पीने के बाद पुलिस अफसर महिला को हेडक्वार्टर लेकर आए थे. लेकिन महिला का कहना है कि पुलिस मुख्यालय के 5वें फ्लोर पर पहुंचते ही अफसरों का व्यवहार बदल गया.
महिला को एक ग्लास व्हिस्की दी गई और जबरन संबंध बनाने पर मजबूर किया गया. इसके बाद कई बार उसके साथ रेप किया गया. शुरुआत में अफसरों ने कहा था कि महिला ने संबंध बनाने के लिए सहमति दी थी.
महिला ने कहा था कि घटना के वक्त वह काफी नशे में थी. 80 मिनट बाद वह रोती हुई बिल्डिंग से बाहर निकली. मुख्यालय के गेट पर तैनात एक पुलिसकर्मी को महिला ने कहा- उन्होंने मेरा रेप किया है.
40 के एन्टोइन कुइरीन और 49 साल के निकोलस रिडोएन को कोर्ट ने दोषी माना. जांच के दौरान यह भी पता चला कि अफसरों ने सबूत मिटाने की कोशिश की है. महिला के अंडरवियर पर अफसर का डीएनए मिला था.
इस केस में शुरुआती कार्रवाई को लेकर सरकार की काफी आलोचना हुई थी. महिला ने आरोप लगाता था कि उसके साथ दोषी की तरह व्यवहार किया गया. शिकायत करने के बाद महिला के कमरे की तलाशी ली गई थी और अल्कोहल टेस्ट भी किया गया था.