लखनऊ। अलविदा की नवाज के बाद शिया समर्थक पर लाठी चार्ज की निंदा और अपनी मांगों को लेकर शिया समर्थक बुधवार को हजरतगंज स्थित शाही मस्जिद पर एकत्र हुए। मांग को लेकर समर्थकों ने हजरतगंज के जीपीओ स्थित शाही मस्जिद के समक्ष जमकर प्रदशर्न किया। इस दौरान समर्थकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कैबिनेट मंत्री आजम खां के खिलाफ मुरदाबाद के नारे में खूब लगाए। समर्थकों का कहना था कि हम सरकार की तानाशाही को किसी भी स्तर से बर्दास्त नहीं करेंगे। समर्थकों के शाही मस्जिद के सामने स्थित सड़क पर आ जाने से राजधानी की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो गई। गाड़ियों के लंबी लाइनें एक चौराहे से दूसरे चौराहे पर लग गई। वहीं प्रदर्शन से घबराई प्रशासन ने शिया धर्म गुरु कल्बे जव्वाद की मुलाकात मुख्यमंत्री से कराई। इस दौरान उनके साथ कई अन्य शिया धर्म गुरु थे। मुख्यमंत्री से मुलाकात कर वापस लौटे मौलाना कल्बे जव्वाद ने समर्थकों को बताया कि हमने प्रदेश के मुखिया के समक्ष अपनी सभी बातों को रखा। उन्होंने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार के इस तानाशाही रवैये से डरने वाले नहीं है। हम मुस्लिम वर्ग का शोषण किसी भी स्तर से बर्दास्त नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि हमने सरकार को 48 घंटे की चेतावनी दी है। यदि इन 48 घंटों में हमारी मांगों को नहीं माना गया तो, सरकार का मुंहतोड़ जवाब देंगे। उधर शिया धर्म गुरु के कैबिनेट मंत्री आजम खां के आवास का घेराव करने की घोषणा के बाद से पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने व किसी अन्होनी से बचने के लिए प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए थे। जगह-लगह पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए। आरएएफ, पीएससी सहित दर्जनों थानां की पुलिस की तैनाती कर दी गई। इसके अलावा कई प्रशासनिक अधिकारी, एसपी, सीओ, थानों के कोतवाल मौजूद रहे।