दस्तक टाइम्स एजेन्सी/ दिल्ली के नरेला से एक महिला और उसके साथ एक व्यक्ति को जब पुलिस ने गिरफ्तार किया तो एक बड़ी घिनौनी साजिश का पर्दाफाश हुआ। पता चला कि ये गिरफ्तार महिला हिरासत में लिए गए व्यक्ति के साथ भागी थी। लेकिन इस घटना में महिला का गिरफ्तार शख्स के साथ भागना इस खबर की वजह नहीं है।
इस खबर की वजह है इस महिला द्वारा किया गया ऐसा कुकर्म जो एक औरत के लिए बिल्कुल अपेक्षित नहीं है। इस महिला ने अपने ही चार साल के मासूम बेटे की पहले तो निर्मम हत्या की और फिर उसे चलती ट्रेन से फेंक दिया।
बाद में बच्चे की लाश को जीआरपी पुलिस ने 2 फरवरी को जम्मू के कटरा से बरामद किया। बच्चे की लाश मिलने की सूचना उसी वक्त रेलवे पुलिस ने दिल्ली पुलिस को दे दी और आरोपी जोड़े को अरेस्ट करने के लिए अलर्ट कर दिया।
गुरमीत के घर पर किसी को शक न हो इसलिए उसने अपने बेटे हरमन को भी साथ ले लिया। अजय गुरमीत से स्टेशन पर मिला और दोनों वहां से दिल्ली के लिए रवाना हुए।
उन दोनों ने ट्रेन में ही ये फैसला किया कि जब वो दिल्ली में उतरेंगे तो हरमन को ट्रेन में ही छोड़ देंगे। लेकिन दिल्ली पहुंचने से पहले ही गुरमीत ने हरमन का सिर जोर से ट्रेन की दीवार पर पटका जिससे वो ढेर होकर जमीन पर गिर गया।
ऐसा उसने इसलिए किया क्योंकि हरमन ने खाना खाने से मना कर दिया था। हरमन की ऐसी हालत देखकर दोनों आरोपी घबरा गए और घबराहट में दोनों ने हरमन को चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया।
महिला और उसका प्रेमी जब दिल्ली पहुंचे तो उन्होंने उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के नरेला के पास सिंघोला गांव में एक मकान किराए पर लिया और वहां रहने लगे।
बाहरी दिल्ली के डीसीपी विक्रमजीत ने बताया कि, जब कटरा रेलवे पुलिस इस केस की जांच कर रही थी तो उन्हें एक यात्री ने बताया कि उसने हरमन को उसकी मां के साथ देखा था। दिल्ली पुलिस को इस बारे में बताया गया और पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया।
पुलिस ने पहले अजय को गिरफ्तार किया जो एक प्राइवेट कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड का काम कर रहा था और बाद में पुलिस ने गुरमीत को गिरफ्तार किया। पुलिस की पूछताछ में उसने ये बात कबूल की कि उसने ही हरमन को मारा क्योंकि उसके दिल में हरमन के लिए कोई प्यार या ममता नहीं थी।