मान्यता या अंधविश्वास :बिना दरवाजे के घरो में रहते है यहाँ के लोग
दुनियाभर में कई तरह के लोग है, जो अलग-अलग जाति के है अलग-अलग धर्म के है. ऐसे में सभी की मान्यताएं भी अलग ही है. आज हम बात कर रहें है महाराष्ट्र के शनि शिगणापुर गाँव की जहाँ पर भी कुछ अलग ही रीति-रिवाज को अपनाया जाता है. जी दरअसल में यहाँ पर लोग अपने घरों में कभी भी ताले नहीं लगाते. जी हाँ यहाँ के लोगो के घरो में दरवाजे तो है लेकिन वो कभी भी उनपर ताले नहीं लगाते. अब सवाल ये उठता है कि क्या उनके यहाँ चोरी नहीं होती होगी..?? इस सवाल का भी जवाब है, जी दरअसल में यहाँ पर शनि देव कि कृपा होने से आजतक किसी के भी घर में चोरी नहीं हुई. यहाँ पर सभी लोगो के मन में शनि देव के प्रति आस्था बरकरार है इस वजह से यहाँ पर कभी चोरी नहीं होती. शनि देव के प्रति आस्था की वजह से यहाँ च्रोरी नहीं होती है.
यहाँ पर कई समय से ये परम्परा चली आ रहीं है कि दरवाजे में ताला ना लगाया जाए. ऐसी ही एक परम्परा और है जो यहाँ नहीं लेकिन प्रतापगढ़ के गाँवों में मान्य है. जी दरअसल में प्रतापगढ़ में लोग घरों में दरवाजे ही नहीं लगाते, क्योंकि यहाँ पर सदियों से यहीं परम्परा है कि घरों में दरवाजे ना लगाए जाए. इसके पीछे एक बहुत अजीब कहानी प्रचलित है और वो ये है कि पहले के समय में एक बार एक नागिन का बच्चा किसी व्यक्ति के घर के दरवाजे के नीचे दबकर मर गया था जिस वजह से नागिन ने पूरे गाँव को श्राप दिया था कि अगर अब कोई अपने घर में दरवाजा लगाएगा तो उसके कुल का नाश हो जाएगा. बस यहीं कारण है कि अब कोई भी यहाँ अपने घरों में दरवाजा नहीं लगाता है.