मामले में प्रदेश की स्थिति बिहार से भी ज्यादा खराब
मप्र में उपदव में सबसे ज्यादा जवान हुए घायल भोपाल (एजेंसी)। मप्र में धरना प्रदर्शन तथा घेराव के दौरान तीन साल में करीब 162 जवान घायल हुए है।मप्र, देश में उन शीर्ष पांच राज्यों में शुमार हो गया है, जहां कानून व्यवस्था बनाए रखने के दौरान हुए उपद्रव में सबसे ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए। मामले में मप्र की स्थिति बिहार से भी ज्यादा खराब है। यह खुलासा गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में हुआ है।
विरोध-प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों पर पथराव के बाद घायल होने के ज्यादातर मामले भले ही जम्मू कश्मीर में होते हों, लेकिन मप्र में भी ऐसे मामलों की संख्या कम नहीं है। हालांकि वर्ष 2015 में जम्मू कश्मीर से ज्यादा पुलिसकर्मी केरल में घायल होने की बात भी रिपोर्ट में बताई गई है। रिपोर्ट के अनुसार विरोध-प्रदर्शन के दौरान पिछले तीन सालों (वर्ष 2013 से 2015 तक) में मप्र में 162 पुलिसकर्मी घायल हुए है। जबकि बिहार में तीन यह आंकड़ा 50 के पार भी नहीं है, यहां कुल 33 पुलिसकर्मी घायल हुए। रिपोर्ट के अनुसार ऐसे सात राज्य हैं, जहां एक भी पुलिसकर्मी घायल नहीं हुआ। मप्र की स्थिति तो दिल्ली से भी खराब है।
दिल्ली में भी तीन साल में लगभग 150 पुलिसकर्मी ही घायल हुए। जून 2011 में राजधानी के इतवारा इलाके में हुए सामुदायिक विवाद में तत्कालीन एसपी नॉर्थ अभय सिंह बुरी तरह घायल हो गए थे। भीड़ के पथराव में एक पत्थर उनकी आंख पर आकर लगा था, जिससे उनकी आंख का रेटिना खराब हो गया। वहीं ताजा मामले में इस साल 22 फरवरी को विधानसभा घेराव के दौरान कांग्रेस के प्रदर्शन में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था।
सुदामा/07अप्रैल2017