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मूवी रिव्यू: कहानी नहीं,बस आलिया-शाहिद की जोड़ी है ‘शानदार’

दस्तalia-shahid-5628d05c8a8cf_lक टाइम्स/एजेंसी : बॉलीवुड इंडस्ट्री को ‘क्वीन’ जैसी हिट फिल्में देकर ऑडियंस की वाहवाही लूटने में सफल रह चुके निर्देशक विकास बहल अब रोमांस और कॉमेडी से लबरेज फिल्म “शानदार” लेकर आ
ए हैं। उन्होंने अपने गजब निर्देशन के जरिए ऑडियंस को कॉमेडी के साथ हंसाने का बेहतरीन प्रयास किया है।

कहानी

फिल्म में 145:32 मिनट की कहानी एक आलीशान बंगले से शुरू होती है। यहां माता जी बोले तो कमला जी का राज चलता है। पूरे घर में सभी कमला जी से डरते हैं। इसी बीच विपिन (पंकज कपूर) को एक अनाथ बच्ची आलिया (आलिया भट्ट) मिल जाती है, लेकिन वह घर में बगैर किसी की रजामंदी के उसे ले आता है। विपिन आलिया को अपनी बेटी ईशा (सनाह कपूर) की तरह ही प्यार देता है। लेकिन आलिया को रात में नींद न आने की बीमारी होती है। इसी के साथ अब संजय कपूर अपनी शान-ओ-शौकत के खातिर अपने बेटे की शादी विपिन की बेटी ईशा से कराने के लिए राजी हो जाता है। ईशा बहुत मोटी होती है, जिसकी वजह से संजय का बेटा न चाहते हुए भी अपनी प्रॉपर्टी और कंपनी की डील के चलते उससे शादी करने के लिए हां कर देता है। अब जगजिंदर जोगिंदर (शाहिद कपूर) की एंट्री होती है, जो आलीशन महल में ईशा की शादी की सारी अरेंजमेंट हैंडल करता है। बता दें कि जगजिंदर जोगिंदर को भी आलिया की तरह ही रात में नींद न आने की बीमारी होती है। जगजिंदर और आलिया एक-दूसरे के करीब आने लगते हैं, लेकिन आलिया के पिता को ये बात रास नहीं आती है। इसी ट्विस्ट के साथ फिल्म में तरह-तरह के मोड़ आते हैं और कहानी आगे बढ़ती है।

अभिनय

शादी के बंधन में बंध चुके शाहिद कपूर ने अपने अभिनय में वाकई में जान फूंकने की भरपूर कोशिश की है। शाहिद फिल्म में अपने रोल की तह तक जाते नजर आए, वहीं आलिया भट्ट भी अपने अभिनय का लोहा मनवाने में सफल रहीं। वे शाहिद का भरपूर साथ देते दिखाई दीं। पंकज कपूर ने भी गजब का अभिनय किया है और सनाह कपूर भी निर्देशक की बात मानती हुई नजर आईं। संजय कपूर जहां अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीतने में सफल रहे, वहीं सुषमा सेठ भी फिल्म में बाजी मारती दिखाई दीं। दिलजीत दो सांझ और अंजना सुखानी ने भी अपने-अपने अभिनय में अलग छाप छोड़ी है। इसके अलावा फिल्म में कुछ देर के लिए करण जौहर की भूमिका भी देखने लायक रही।

निर्देशन

निर्देशक विकास बहल फिल्म में रोमांस और कॉमेडी के जरिए एक बार फिर ऑडियंस को लुभाने में कुछ हद तक ही सफल रह सके। इस तरह के निर्देशन से उन्होंने साबित कर दिखाया है आज भी इंडस्ट्री में कॉमेडी का गजब तड़का पसंद किया जाता है, बस जरूरत होती है तो सिर्फ एक अच्छी कहानी की। खैर, उन्होंने इसमें कॉमेडी का जबरदस्त तड़का तो जरूर लगाया है, लेकिन वे असफल से रहे। इस रोमांटिक फिल्म में विकास ने वाकई में कुछ अलग कर दिखाने का प्रयास तो किया, लेकिन ऑडियंस की वाहवाही बटोरने में वे असफल रहे। भले ही फिल्म की स्क्रिप्ट थोड़ी डगमगाती नजर आई, लेकिन इसका निर्देशन भी कुछ खास नहीं कर सकी। बहरहाल, “दोनों साथ गए तो वाकई में जिंदगी न मिलेगी दोबारा…” और पी टू ऑल…” जैसे कुछ एक डायलॉग्स कालिब-ए-तारीफ रहे, लेकिन अगर टेक्नोलॉजी और कॉमर्शियल अंदाज को छोड़ दिया जाए तो इस सिनेमेटोग्राफी कुछ खास करने में असफल रही। साथ ही पूरी फिल्म में कोरियोग्राफी की भी बड़ी कमी सी नजर आई। संगीत (अमित त्रिवेदी) तो ऑडियंस को भाता हुआ दिखाई दिया, लेकिन गाने की तुलना में थोड़े और प्रयास की जरूरत भी महसूस हुई।

क्यों देखें

शाहिद और आलिया की गजब कैमिस्ट्री और एक अलग कलेवर में फिल्म को देखने के लिए थिएटर्स की ओर रुख किया जा सकता है। साथ ही परिवार के साथ भी आप जा सकते हैं, आगे मर्जी आपकी…!

बैनर : धर्मा प्रोडक्शंस, फैंटम प्रोडक्शंस

निर्माता : अनुराग कश्यप, मधु मंटेना, विक्रमादित्य मोटवानी और करण जोहर

निदेशक : विकास बहल

जोनर : रोमांटिक, कॉमेडी

छायांकन : अनिल मेहता

गीतकार : विशाल डडलानी, अनुषा मानी

संगीत : अमित त्रिवेदी

स्टोरी : अनविता दत्त, विकास बहल, चैटली परमार

स्टारकास्ट : शाहिद कपूर, आलिया भट्ट, पंकज कपूर, सनाह कपूर, संजय कपूर, सुषमा सेठ, दिलजीत दोसांझ, अंजना सुखानी और करण जौहर

 

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