मोदी-“अब दुनिया के लिए नई उम्मीदों का देश है भारत”
एजेन्सी/प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि विपरीत वैश्विक परिस्थितियों के बावजूद भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाकर दुनिया में नई उम्मीद जगाई है और इस कारण कई लोग भारत को प्रकाश-पुंज बता रहे हैं।
मोदी ने सऊदी अरब पहुंचने के बाद भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के पास दुनिया को देने के लिए काफी कुछ है, खासतौर पर प्रतिभावान एवं हुनरमंद श्रमशक्ति।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को लेकर इस दिशा में आगे बढ़ रही है। मोदी ने कहा, ‘वैश्विक स्तर पर प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद भारत ने अपनी अर्थव्यवस्था मजबूत बनाई है।
आज भारत आर्थिक रूप से प्रगति कर रहा है और दुनिया हमारी ओर देख रही है। सौ करोड़ से अधिक लोगों का देश काफी कुछ कर सकता है। उन्होंने कहा कि पहले दुनिया की नजरों में भारत अन्य देशों में से एक देश भर था लेकिन अब यह एक महत्वपूर्ण देश बन गया है।
देश की तरक्की में राजनीतिक स्थिरता की बड़ी भूमिका
मोदी ने कहा कि भारत ने अपने लोकतांत्रिक मूल्यों और सरकार के सबका साथ, सबका विकास के मंत्र के कारण नई उम्मीदें जगाईं हैं और नया उत्साह पैदा किया है। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक और सभी रेटिंग एजेंसियों ने कहा है कि भारत के आर्थिक विकास ने उम्मीद की नई किरण जगाई है और कुछ लोग भारत को प्रकाश-पुंज बता रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक प्रगति का एक कारण राजनीतिक स्थिरता है। उन्होंने कहा कि तीस वर्षों के बाद देश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है। भारत के युवा इस देश की शक्ति हैं। दुनिया को ऐसी श्रमशक्ति की जरूरत है जो प्रतिभावान और प्रौद्योगिकी से लैस हो। उन्होंने कहा कि भारत कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
प्रवासियों के लिए खुलेगा कॉल सेंटर
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार आव्रजन के नियमितीकरण की दिशा में काम कर रही है और सऊदी अरब में जल्द ही कामगारों के लिए चौबीस घंटे काम करने वाला एक और कॉल सेंटर स्थापित किया जाएगा।
मोदी ने रियाद में भारतीय निर्माण कंपनी एल एंड टी के कर्मचारियों के आवासीय परिसर में उनसे मुलाकात की। यह कंपनी रियाद मेट्रो के निर्माण के कार्य में शामिल है। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा, ‘भारत सरकार ‘ई-माइग्रेट’ कार्यक्रम की शुरुआत कर चुकी है। आने वाले समय में हम आव्रजन को नियमित करने के लिए काम कर रहे हैं। हम और अधिक कामगार संसाधन केन्द्र खोलेंगे। जल्द ही कामगारों के लिए एक और कॉल सेंटर स्थापित किया जाएगा।’
प्रधानमंत्री ने परियोजना में लगे कर्मचारियों की मेहनत की तारीफ करते हुए कहा, ‘यह आपकी कड़ी मेहनत है जो मुझे यहां लाई है। विदेशों में भारतीय कर्मचारियों द्वारा काम से न सिर्फ उन्हें पैसा मिलता है बल्कि इससे भारत की क्षमता को बढावा मिलता है।’ उन्होंने कहा कि भारत में क्षमता है कि वह दुनिया को मैनपॉवर दे सके। इस मौके पर उन्होंने कर्मचारियों के साथ खाना भी खाया और उनसे बातचीत की।