यूपी के किसानों के लिए आज ऐतिहासिक दिन, लेकिन कर्ज माफी की होंगी ये शर्तें!
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की नवनिर्वाचित योगी सरकार की पहली कैबिनेट मीटिंग आज शाम पांच बजे से प्रस्तावित है। इस मीटिंग पर पूरे सूबे कि नजर टिकी हुई क्योंकि जनता को उम्मीद है कि आज किसानों की कर्ज माफी का बड़ा फैसला लिया जा सकता है। मीटिंग से पहले कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने इसके संकेत भी दे दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शाही ने कहा कि आज किसानों के लिए ऐतिहासिक दिन है। इसके अलावा बूचड़खानों, भर्ती में गड़बड़ियों समेत कई मुद्दों पर विचार हो सकता है।
किसानों की लोन माफी के लिए लग सकती हैं शर्तें
19 मार्च को सरकार गठन के साथ ही योगी सरकार किसानों की कर्जमाफी का फार्मूला निकालने में लगी हुई है। हालाकि सूबे की सरकार पर यह काफी बड़ा बोझ होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपी में छोटे और मझोले किसानों की संख्या करीब दो करोड़ है। इन किसानों करीब 62 हजार करोड़ रुपए का कर्ज ले रखा है। अगर सरकार यह फैसला लेती है तो इससे राज्य का वित्तीय गणित बिगड़ सकता है। इसलिए सरकार कुछ शर्तें लगा सकती है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक योगी कैबिनेट के मंत्री एसपी सिंह बघेल ने हा कि हमने सिर्फ छोटे और लघु किसानों के कर्ज माफ करने का वादा किया था। ये वादा पूरा किया जाएगा। हालाकि फसली ऋण के अलावा कुछ भी माफ नहीं होगा। मंत्री ने साफ किया कि जिन किसानों ने भैंस, ट्रैक्टर और इंजन के लिए कर्ज ले रखे हैं, उनका कर्ज माफ नहीं किया जाएगा। कैबिनेट मंत्री का यह बयान तमाम तरह की शर्तों की ओर इशारा कर रहा है। हालाकि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि करीब 30 हजार करोड़ से लेकर 45 हजार करोड़ रुपए तक के कर्ज माफ किए जा सकते हैं।
बिना कैबिनेट मीटिंग के ही लिए गए कई फैसले
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ कैबिनेट मीटिंग के बिना ही राज्य में अभी तक आदेश जारी किए हैं। योगी सरकार अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई, विधि व्यवस्था में सुधार और एंटी रोमियो स्क्वैड जैसे फैसलों को लेकर लगातार सुर्खियों में है। हालांकि इन सबके बीच विपक्षी नेता किसानों की कर्ज माफी जैसे अहम फैसले में देरी को लेकर योगी सरकार पर निशाना साध रही हैं। 4 अप्रैल को प्रस्तावित मीटिंग में कई और बड़े फैसले लिए जा सकते हैं।