यूपी में एसटीएफ ने पकड़ी अवैध शराब फैक्ट्री,
अंबेडकरनगर। जनपद के अहिरौली थाना क्षेत्र में स्थित एक पुरानी राइसमिल में लंबे अर्से से चल रहे अवैध शराब के कारोबार का आज खुलासा हुआ है। स्थानीय पुलिस की सहयोग से बुधवार देर रात हुई छापेमारी में एसटीएफ की गोरखपुर टीम ने भारी मात्रा में विभिन्न ब्रांड के अवैध शराब और उसे बनाने एवं बॉटलिंग तथा पैकिंग के उपकरण बरामद कर चार लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान सुरेश सिंह, हीरालाल कुशवाहा, सुनील कुमार यादव, विकास गौड़ के रूप में हुई है, जिसमें सुरेश सिंह आदित्य एडिबल प्राइवेट लिमिटेड राइस मिल का मालिक बताया गया है। इसी के राइस मिल में यह कारोबार संचालित हो रहा था।
देर रात हुई छापेमारी के दौरान इस राइसमिल से विभिन्न ब्रांड की 1400 पेटी (65000 बोतल ) अवैध रूप से निर्मित नकली शराब के साथ पैकिंग के लिए रखी गई लगभग 1000 बोतल अर्धनिर्मित नकली शराब, लगभग 100 ड्रम केमिकल (संदिग्ध टिंचर्ड स्प्रिट), शराब के विभिन्न ब्रांड (लैला ,माधुरी आदि) की भारी मात्रा (लाखों की संख्या) में नकली खाली व भरी बोतल, ढक्कन, रैपर एवं होलोग्राम तथा पैकिंग के गत्ते बरामद हुए हैं।
यहीं नहीं, नकली शराब बनाने हेतु विविध उपकरण, संयत्र, जिसमें दो अदद बोतल सील करने की मशीन, दो अदद निर्मित शराब का परसेंटेज चेक करने की मशीन, प्रेशर मशीन, प्यूरीफायर सिलेंडर मशीन, टैब युक्त ड्रम, पाइप तथा विविध सिलेंडर भी बरामद हुए हैं।
सूत्र बताते है कि सूनसान होने का लाभ उठा कर इस स्थान पर गोरखपुर के दो शराब व्यवसायी इस शराब फैक्ट्री को संचालित कर रहे थे,जहां से तैयार नकली शराब की खेप पूर्वाचल के विभिन्न जनपदों में आपूर्ति की जाती रही है, जिसे असली शराब समझ कर लाखों लोग रोजाना गले से नीचे उतार रहे थे।
इसकी जानकारी प्रशासन को बहुत पहले मिल गई थी, लेकिन कोई पुख्ता सबूत व सूत्र हाथ न लगने की दशा में उनका हौसला बढ़ा हुआ था। आधी रात में जब गोरखपुर की एसटीएफ की टीम ने छापा मारा तो सभी दंग रह गए।