यूपी में 1.5 लाख करोड़ के निवेश से 5 लाख युवाओं को मिलेगा रोजगार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास कर पूरब से पश्चिम का सियासी समीकरण साधने की कोशिश की है। अब 29 जुलाई को 55 हजार करोड़ की 64 निवेश परियोजनाओं का शिलान्यास कर मोदी पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण के समीकरण एक साथ साधते नजर आएंगे। इस दौरान लखनऊ से वह रोजगार को लेकर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवालों का जवाब भी देंगे।
बता दें, इन्वेस्टर्स समिट में हुए एमओयू से जुड़े जिन 64 प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास होना है, वे पूरे प्रदेश में फैले हुए हैं। इनमें निवेश के लिहाज से सबसे आकर्षक क्षेत्र माने जाने वाले नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद में तो प्रोजेक्ट हैं ही, रोजगार देने वाली इनमें तमाम फैक्ट्रियां लखनऊ, अमेठी, बाराबंकी, फैजाबाद, हरदोई, गोरखपुर, रायबरेली, बिजनौर, मेरठ, कानपुर, झांसी, शाहजहांपुर, बिनजौर और वाराणसी में भी लगेंगी।
निवेश परियोजनाओं के शिलान्यास समारोह से मोदी लोगों को बताएंगे कि यूपी का माहौल बदल गया है। निवेशक न सिर्फ निवेश के वादे करने आ रहे हैं, बल्कि फैक्ट्रियां लगाने के लिए कदम से कदम मिलाकर खड़े हैं। कभी न आने वाले उद्योगपति यूपी में जब भी बुलाइए आने को तैयार हैं।
शासन के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार इस वर्ष के अंत तक 1.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रोजेक्ट का शिलान्यास करा देगी। इससे 5 लाख लोगों को रोजगार मिल सकेगा। पहले शिलान्यास समारोह में 54,335 हजार करोड़ के निवेश प्रोजेक्ट का शिलान्यास हो रहा है।
इससे 1.64 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। दूसरे शिलान्यास समारोह में 70 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रोजेक्ट शामिल होंगे। इसकी तैयारी चल रही है। इसके बाद तीसरे शिलान्यास समारोह में अन्य प्रोजेक्ट लिए जाएंगे।
शिलान्यास समारोह उद्योगपतियों को लाइव दिखाने की तैयारी
सरकार ने इस शिलान्यास समारोह को प्रदेश भर के उद्योगपतियों को लाइव दिखाने की योजना बनाई है। इसके लिए 29 जुलाई को दोपहर 12 बजे से सभी 75 जिलों में एक साथ जिला उद्योग बंधु की बैठक बुलाने का निर्देश दिया गया है। इसमें एमओयू करने वाले जिले में रहने वाले निवेशक, अन्य उद्यमी व कारोबारी शामिल होंगे। यहां समारोह के लाइव प्रसारण की व्यवस्था होगी। इस दौरान एमओयू करने वाले निवेशकों को डीएम सम्मानित कर उन्हें तेजी से कार्य करने के लिए प्रेरित करेंगे।