यूपी विधानसभा चुनाव : दूसरे चरण के मतदान में ये सब है खास
दूसरे चरण का यह चुनाव मुस्लिम बहुल इलाके में हो रहा है और इसे सपा का गढ़ माना जाता है।
नई दिल्ली। यूपी विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों (सहारनपुर, मुरादाबाद, बिजनौर, संभल, रामपुर, बरेली, अमरोहा, पीलीभीत, खीरी, शाहजहांपुर और बदायूं) की 67 सीटों के लिए बुधवार 15 फरवरी को मतदान होना है। विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण की कुल 67 सीटों के लिए 721 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 69 यानी करीब 10 फीसद महिला प्रत्याशी हैं। दूसरे चरण में कुल 2.28 करोड लोगों को मताधिकार प्राप्त है, जिनमें से 1.24 करोड़ पुरुष और 1.04 करोड महिलाएं हैं।
दूसरे चरण में मतदान वाली 67 सीटों में से पिछले विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी को 34 सीटें मिली थी, जबकि दूसरे नम्बर पर रही बसपा को 18, बीजेपी को 10, कांग्रेस को 3 और अन्य को 2 सीटें हासिल हुई थीं। दूसरे चरण की 67 सीटों के लिए कुल 720 उम्मीदवार मैदान में है, जिनमें से सर्वाधिक 22 बिजनौर की बरहपुर और सबसे कम 4 अमरोहा की धनौरा सीट पर किस्मत आजमा रहे हैं।
इस चरण में जिन प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है उसमें सपा सरकार के वरिष्ठ मंत्री आजम खां (रामपुर) और पहली बार चुनाव लड रहे उनके बेटे अब्दुला आजम (स्वार), कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जफर अली नकवी के बेटे सैफ अली नकवी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद (तिलहर) और बीजेपी विधान दल (शाहजहांपुर नगर) के नेता सुरेश खन्ना शामिल हैं। बता दें कि दूसरे चरण का यह चुनाव मुस्लिम बहुल इलाके में हो रहा है और इसे सपा का गढ़ माना जाता है। इस फेज की 67 सीटों में से 12 आरक्षित हैं और पिछले विधानसभा चुनाव में इनमें से 9 पर सपा ने जीत दर्ज की थी, जबकि 3 सीटें बसपा की झोली में गई थीं।