ये हैं भरतपुर की सबसे युवा और MBBS सरपंच शहनाज खान, इस वजह से लड़ा चुनाव
पिछले साल अक्टूबर में गरहाजन गांव में होने वाले चुनाव रद्द कर दिए गए थे क्योंकि शहनाज के दादा पर चुनाव के दौरान झूठे शैक्षणिक योग्यता प्रमाणपत्र देने का आरोप लगा था। इस वजह से उन्होंने इस बार खुद चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। राजस्थान में सरपंच का चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार का कम से कम 10वीं पास होना आवश्यक होता है। खान का ताल्लुक राजनीतिक परिवार से है। उनके दादा पिछले 55 सालों से गांव के सरपंच रहे हैं जबकि उनके पिता गांव के मुखिया हैं। वहीं उनकी मां विधायक हैं।
शहनाज ने कहा कि लोग अभी भी अपनी बेटियों को स्कूल नहीं भेजते हैं और इसलिए मैं लड़कियों को शिक्षा देने के लिए काम करना चाहती हूं। यह उन सभी पैरैंट्स के लिए उदाहरण होगा जो अपनी बेटियों की पढ़ाई को नजरअंदाज कर देते हैं। खान फिलहाल उत्तर प्रदेश के तीर्थांकर महावीर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर रही हैं जहां उनका आखिरी साल चल रहा है। 24 साल की सरपंच ने अपनी ज्यादातर पढ़ाई गुरुग्राम के श्रीराम स्कूल से और 12वीं मारुती कुंज के दिल्ली पब्लिक स्कूल से की है।