राजद की रैली में दिखाई नकली भीड़!
पटना : गांधी मैदान में रविवार को राष्ट्रीय जनता दल की महारैली की एक तस्वीर ट्विटर पर आते ही सवाल खड़े होने लगे। लालू प्रसाद यादव ने तस्वीर साझा कर 25 लाख लोगों के मौजूद होने का दावा किया। थोड़ी देर बाद ही कहा गया कि इस तस्वीर को कंप्यूटर से बनाया गया है। वास्तव में मैदान में इतनी भीड़ नहीं थी। न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी मैदान की तीन तस्वीरें साझा कीं और लिखा, ‘आरजेडी की पटना रैली: यह तस्वीर ठीक उसी स्थान से ली गई है जहां से लालू यादव की कथित तस्वीर ली गई थी। इनमें भीड़ में अंतर देखा जा सकता है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी कहा कि लालू के अनुसार यह 25 लाख की भीड़ है।’
इससे पहले बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रविवार को हुई राजद की रैली को पारिवारिक शो से थोड़ा अलग बनाने की कोशिश में दिखे लालू प्रसाद ने 22 विपक्षी दलों के नेताओं को बटोरकर देश में नए महागठबंधन का सपना बुना। बिहार में महागठबंधन के बिखरने और सत्ता से बेदखल होने के बाद राजद ने भाजपा विरोधी दलों को राष्ट्रीय स्तर पर एक मंच पर लाने की फिर पहल की। भाजपा भगाओ-देश बचाओ रैली में भाजपा के सफाए का संकल्प लिया गया। रैली में जदयू के बागी नेता शरद यादव भी पहुंचे।
उन्होंने जदयू के खिलाफ अपने बगावती तेवर का सार्वजनिक प्रदर्शन करते हुए साफ कहा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद के साथ उनका महागठबंधन जारी रहेगा। सभी नेताओं द्वारा शरद गुट को ही असली जदयू बताए जाने से उत्साहित शरद यादव ने राष्ट्रीय स्तर पर नया महागठबंधन बनाने का संकल्प लिया और कहा कि बिहार के 11 करोड़ लोगों का विश्वास टूटा है, लेकिन वह वादा करते हैं कि 125 करोड़ लोगों का नया गठबंधन बनाएंगे और पूरे पांच साल चलाएंगे। वहीं, लालू ने भी अपने पूरे भाषण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही मुख्य रूप से निशाने पर रखा। उन्होंने नीतीश की पलटी की हद तय करते हुए कहा कि पब्लिक उन्हें अब फिर पलटने का मौका नहीं देगी। लालू ने कहा कि उन्होंने जब महागठबंधन किया तब भी जानते थे कि नीतीश अच्छे आदमी नहीं हैं लेकिन देश को सांप्रदायिक तत्वों से खतरा था इसलिए मन मसोस कर महागठबंधन किया। नीतीश अच्छे चाचा नहीं रू तेजस्वी: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को दगाबाज बताया और कहा कि वह पहले की तरह मेरे चाचा तो रहेंगे, लेकिन अच्छे चाचा नहीं।
अब तो बता दो अच्छे दिनकब आएंगे : अखिलेश
वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने भाषण में तेजस्वी यादव से कहा कि नीतीश कुमार को चाचा कहने से बात स्पष्ट नहीं होती है, इसलिए उन्हें डीएनए वाला चाचा कहें। भाजपा के अच्छे दिन वाले जुमले पर सवाल किया कि तीन साल बीत गए, अब तो बता दो अच्छे दिन कब आएंगे। लालू प्रसाद को रैली के लिए बधाई देते हुए अखिलेश ने कहा कि डिजिटल इंडिया वाली पार्टी भाजपा इस जनसैलाब को गूगल पर देखकर घबरा रही होगी।