राजनीति में घमासान, बालिका गृहकांड ने किया हैरान
लड़कियों के यौन शोषण से शर्मसार बिहार
सबसे पहले हम बात करते हैं, बिहार क्या देश की सबसे बड़ी घटना बालिका गृह की लड़कियों के साथ यौन हिंसा की। इस घटना का पता तब चला जब टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की संस्था ने कोशिश की तो ऑडिट रिपोर्ट सामने आई। इसके बाद 31 मई को पहली बार लड़कियों के साथ यौन हिंसा के आरोपों के तहत महिला थाने में अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई। बाद में संचालक ब्रजेश ठाकुर व अन्य सात महिलाओं को आरोपित बना गिरफ्तार किया गया। इसमें जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी रवि रोशन भी गिरफ्तार हुए। संसद में आवाज उठने पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सीबीआई जांच का आश्वासन दिया। जुलाई में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीबीआई जांच की घोषणा की। सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की। श्मशान घाट परिसर की खोदाई कर एक लड़की का कंकाल बरामद किया गया। बालिका गृह भवन तोड़ने का काम भी शुरू किया गया। पूरे मामले में करीब 34 बच्चियों के साथ रेप की पुष्टि हो चुकी है। इसमें समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रेशखर वर्मा का भी नाम सामने आया। इसके चलते उन्हें पद छोड़ना पड़ा। कहा तो यहां तक जा रहा है कि बालिका गृह की लड़कियों को विदेश तक भेजा गया। सीबीआई कोर्ट में अपनी चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है। इसमें 21 लोगों को आरोपी बनाया गया है। बालिका गृह यौन हिंसा में आरोपित विक्की ने सीबीआई के समक्ष सरेंडर कर दिया। वह इस मामले की आरोपित साइस्ता परवीन उर्फ मधु का भतीजा है। सीबीआई अधिकारी उसे अपने साथ ले गए हैं। सीबीआई उसे फरार दिखाते हुए उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। मधु इस मामले में पहले ही सीबीआइ के समक्ष सरेंडर कर चुकी है। वह फिलहाल इस मामले में न्यायिक हिरासत में जेल में तथा स्वाधार गृह मामले में शनिवार तक पुलिस रिमांड पर है। विक्की पर बालिका गृह की नाबालिग लड़की के साथ यौन हिंसा का आरोप लगाया गया है। बालिका गृह की एक गूंगी लड़की ने उस पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए बयान दिया है। इस मामले में आरोपित रामाशंकर सिंह उर्फ मास्टर साहेब उर्फ मास्टर जी अब तक फरार है। उसके खिलाफ भी सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
नाबालिग से दुष्कर्म में राजद विधायक राजबल्लभ सहित छह दोषी
15 वर्षीय नाबालिक के साथ दुष्कर्म में एमपी-एमएलए कोर्ट ने राजद से निलंबित नवादा के विधायक राजबल्लभ यादव सहित छह को दोषी पाया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यह मामला ट्रायल के लिए बिहार शरीफ सिविल कोर्ट से पटना की विशेष अदालत में पांच जून 2018 को आया। इसमें 21 दिसंबर को राजबल्लभ यादव और दो महिलाओं को उम्र कैद की सजा सुनाई गई। तीन अन्य को 10-10 वर्ष सश्रम कारावास की सजा दी गई। नाबालिग से दुष्कर्म की घटना 6 फरवरी 2016 को हुई थी। दुष्कर्म विधायक के नवादा जिले के पथरा इंगलिश गांव स्थित घर में हुआ था। राजबल्लभ बिहार के पहले ऐसे विधायक हैं, जिन्हें पद पर रहते हुए रेप मामले में सजा सुनाई गई है। इससे पहले 90 के दशक में विधायक योगेंद्र सरकार पर रेप का आरोप लगा था। विधायक से हटने के बाद उन्हें सजा सुनाई गई थी।
जीतनराम मांझी एनडीए से हुए अलग
फरवरी में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी एनडीए से अलग हुए। उन्होंने महागठबंधन में शामिल होने का ऐलान किया। राजद नेता भोला यादव के साथ तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव जीतनराम मांझी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। वहां बैठक के बाद जीतनराम मांझी ने यह घोषणा की थी। उन्होंने भाजपा को हराने का संकल्प लिया।
शादी कर फंस गए लालू के बेटे तेजप्रताप
बात बिहार की हो और लालू और उनके परिवार का जिक्र नहीं आए, ऐसा हो ही नहीं सकता। चारा घोटाले जेल की सजा काट रहे लालू की तबीयत लगातार नासाज चल रही है। काफी दिनोें तक एम्स में भर्ती रहे। मुंबई में इलाज हुआ। स्वास्थ्य कारणों से झारखंड हाईकोर्ट ने उनको छह हफ्ते के लिए जमानत दी थी। लालू को किडनी की बीमारी, शुगर और दिल की बीमारी है। वहां से इलाज कराकर लौटने के बाद भी स्वास्थ्य बहुत ठीक नहीं है। दूसरी ओर, लालू के बड़े बेटे व पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव की कारनामे बहुत ही निराले हैं। कभी वे कृष्ण बनते हैं तो कभी कुछ और। नेता से अभिनेता बनने की बात करते हैं। जनता की भलाई के लिए कोई कार्य भले ही न करें, लेकिन मनोरंजन खूब करते हैं। उनकी जिंदगी भी एक मसालेदार कहानी बन गई है। इसी साल 12 मई को तेजप्रताप यादव की शादी राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा राय की पोती व राजद नेता चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय से हुई थी।
दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के परिवार में बहुत धूमधाम से हुई हाईप्रोफाइल शादी में बिहार के अलावा देश की कई नामी-गिरामी हस्तियों ने भाग लिया था। शादी छह माह भी नहीं चल सकी। पांच महीने बाद ही तीन नवंबर को तेजप्रताप ने पटना की फैमिली कोर्ट में पत्नी ऐश्वर्या से तलाक के लिए अर्जी दाखिल की थी। लालू और मां राबड़ी के अलावा छोटे भाई तेजस्वी सहित अन्य ने तेजप्रताप को बहुत समझाने की कोशिश की, लेकिन वे माने नहीं। घर छोड़कर बनारस में बाबा विश्वनाथ के दर्शन करते हुए वृंदावन चले गए। काफी दिनों बाद लौटे और साफ कहा कि वे अपने फैसले पर अडिग हैं। ऐश्वर्या के साथ उनका मेल नहीं खाता। दोनों के स्वभाव और विचार में काफी फर्क है। यह भी कहा था कि मैं नॉर्थ पोल हूं तो ऐश्वर्या साउथ पोल। तेजप्रताप को लालू कई बार समझा चुके हैं। मां राबड़ी भी समझा चुकी हैं, लेकिन वे तलाक पर अड़े हुए हैं। यहां तक कि उन्होंने अलग रहना भी शुरू कर दिया है। इसके लिए राज्य सरकार ने अलग से बंगला अलाट किया है।
राजनीतिक घटनाएं भी खूब हुईं
बिहार में गुजरा साल राजनीतिक यात्राओं का भी रहा। एक ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरे सूबे में समीक्षा यात्रा की तो इसके जवाब में लालू के बेटे तेजस्वी यादव ने संविधान बचाओ न्याय यात्रा की। इनके जरिए ताकत दिखाने की कोशिश की गई। तेजस्वी ने न्याय यात्रा के जरिए पूरे राज्य में जगह-जगह सभाएं की। लालू पर हो रहे अत्याचार और चारा घोटाले में फंसाने की बात कहते हुए जनता से न्याय मांगा। 10 फरवरी से शुरू हुई इस यात्रा में तेजस्वी ने नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला। बालिका गृह कांड के विरोध में जन अधिकार पार्टी के मुखिया सांसद पप्पू यादव ने बालिका बचाओ यात्रा निकाली। इस यात्रा के लिए जाते समय मुजफ्फरपुर में उन पर हमले की बात भी सामने आई।
उपेंद्र कुशवाहा ने छोड़ एनडीए
नरेंद्र मोदी सरकार से इस्तीफा देने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए का दामन छोड़ दिया। वे महागठबंधन का हिस्सा हो गए। उन्होंने नीतीष के साथ केंद्र सरकार को भी जमकर कोसा। मोदी सरकार में उनकी हैसियत भले राज्य मंत्री की रही हो, लेकिन पिछले कुछ सालों में बिहार की जातिगत राजनीति में वे एक ताकत के तौर पर उभरकर सामने आए थे।
साल 2003 में नीतीश कुमार ने उपेंद्र को बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया था। 2003 के बाद रिश्ते बिगड़ गए थे। 2005 में जब नीतीश कुमार पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने उपेंद्र से बंगला खाली कराने के लिए उनकी गैरमौजूदगी में उनके घर का सामान बाहर फिंकवा दिया था। तब कुशवाहा समता पार्टी से बाहर निकले, राष्ट्रीय समता पार्टी बनाई। 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बिहार की सभी सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे। इन उम्मीदवारों ने 25 हजार से लेकर 40 हजार तक वोट मिले थे। बाद में नीतीश ने उन्हें राज्यसभा में भेज साथ लिया। 2013 में राज्यसभा से इस्तीफा देकर उन्होंने राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी बनाई। 2014 में एनडीए में शामिल हुए और तीन सीटें हासिल कर केंद्र में मंत्री बन गए थे।
सेना के हथियार पहुंच गए बदमाशों के पास
मध्य प्रदेश के जबलपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से पिछले कुछ साल में 50 से ज्यादा एके-47 गायब हुई थीं। इनमें से अधिकांश हथियार बिहार पहुंचाए गए। इस मामले में पुलिस ने 29 अगस्त को मुंगेर के जमालपुर से इमरान को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला था कि उसके पास जबलपुर के एक शख्स ने जमालपुर आकर तीन एके-47 उपलब्ध कराई थीं। इसके बाद अब तक मुंगेर के कई इलाकों से 20 एके-47 बरामद हो चुकी हैं। एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें सेना का एक लांस नायक भी शामिल है। एके-47 म्यांमार तक पहुंचाई गई। हथियारों की सप्लाई टीपीसी नक्सली संगठन को भी की जाती थी।
अपराधियों का बोलबाला
बिहार में हत्याएं होना आम बात है। पूरे साल यह सिलसिला जारी रहा। इसमें दो हत्याओें का जिक्र करना जरूरी है। पहली मुजफ्फरपुर के पूर्व मेयर समीर कुमार की 23 सितंबर 2018 को हुई हत्या है। मुजफ्फरपुर में अपराधियों ने उन्हें और उनके चालक को सरेआम एके 47 से भून दिया था। 30 से अधिक राउंड गोलियां चलाई गयी। समीर नेता के साथ बड़े कारोबारी भी थे। इसमें कई बड़े लोगों के नाम सामने आए हैं। दूसरी घटना हाजीपुर में हुई। 20 दिसंबर को पटना के उद्योगपति और भाजपा व्यावसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक 35 वर्षीय गुंजन खेमका की हाजीपुर में उनकी फैक्ट्री के गेट पर गोली मारकर हत्या कर दी गई। वे चालक के साथ कार से हाजीपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित अपनी जीके कॉटन फैक्ट्री के गेट पर पहुंचे थे, उसी समय बाइक सवार बदमाष ने गोली मार दी थी।
- दिलीप कुमार