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राजन को मिल सकता है इकोनॉमिक्स का नोबल, हुए क्लैरिवेट एनालिटिक्स की लिस्ट में शामिल
नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को दुनिया का सबसे सम्मानित नोबेल पुरस्कार मिल सकता है। राजन को यह पुरस्कार इकोनॉमिक्स के क्षेत्र में मिलने की संभावना है। अगर ऐसा होता है तो राजन पहले भारतीय होंगे जिन्हें इकोनॉमिक्स में सम्मान मिलेगा। द वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक थॉमसन रॉयटर्स के पूर्व सहयोगी क्लैरिवेट एनालिटिक्स ने संभावित नोबल पुरस्कार के दावेदारों की एक लिस्ट तैयार की है, जिसमें राजन का नाम शामिल किया गया है। क्लैरिवेट एनालिटिक्स ने राजन का नाम कॉरपोरेट फाइनेंस के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्यों के आधार पर अपनी सूची में शामिल किया है।
सोमवार को होगा एलान
क्लैरिवेट एनालिटिक्स ने इस क्षेत्र के लिए संभावितों की सूची में राजन समेत कुल 6 लोगों को शामिल किया है। इस नोबेल का एलान सोमवार को होने वाला है। एकेडमिक और साइंटिफिक रिसर्च में शामिल कंपनी क्लैरिवेट एनालिटिक्स नोबेल पुरस्कार के लिए संभावितों की सूची तैयार करती है।
इकोनॉमी के क्षेत्र में भारत का पहला नोबेल
अगर इस नाम पर मुहर लग जाती है तो राजन पहले ऐसे भारतीय होंगे जिन्हें इकोनॉमी के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार मिलेगा। इससे पहले दूसरे क्षेत्रों में कई भारतीयों को नोबेल मिल चुका है। भारत के लिए आखिरी नोबेल पुरस्कार से सम्मानित होने वाले शख्स कैलाश सत्यार्थी थे। सत्यार्थी को 2014 में शांति का नोबेल दिया गया था। उन्हें यह सम्मान बच्चों के लिए काम करने पर मिला था।
की थी मोदी सरकार की आलोचना
पिछले दिनों ही राजन ने अपनी आत्मकथा ‘I Do What I Do: On Reforms Rhetoric and Resolve’ को लॉन्च किया है। इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले की आलोचना कर सुर्खियां बटोरी थीं। उन्होंने कहा था कि राजन ने नोटबंदी को लेकर सरकार को आगाह किया था। राजन ने कहा था कि नोटबंदी की वजह से इकोनॉमी की रफ्तार सुस्त पड़ सकती है। साथ ही उन्होंने कहा था कि ब्लैकमनी को सिस्टम में लाने के लिए नोटबंदी से बेहतर भी उपाय हो सकते हैं।
कौन हैं रघुराम राजन
राजन का जन्म मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक तमिल ब्राह्मण फैमिली में हुआ था। राजन की स्कूली पढ़ाई दिल्ली के आरकेपुरम स्थित डीपीएस स्कूल से हुई। बाद में उन्होंने 1985 में आईआईटी दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रैजुएशन किया। 1987 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, अहमदाबाद से एमबीए की डिग्री ली। राजन ने 1991 में एमआईटी यूनिवर्सिटी से ‘एसेज ऑन बैकिंग’ में पीएचडी की। उन्होंने 4 सितंबर 2013 को यूपीए- 2 के कार्यकाल में आरबीआई गवर्नर का पद संभाला था।