राजस्थान के करौली में ‘भीड़’ ने दो दलित नेताओं के घर फूंके
एससी-एसटी ऐक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ सोमवार को देशव्यापी भारत बंद के दौरान भड़की आग की लपटें राजस्थान में मंगलवार को भी देखने को मिलीं। कुछ लोगों ने राजस्थान के करौली में भारतीय जनता पार्टी की पूर्व दलित विधायक राजकुमारी जाटव और पूर्व राज्यमंत्री भरोसी लाल जाटव के घरों को आग के हवाले कर दिया। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी बंद के दौरान बसों में महिलाओं के साथ कथित छेड़छाड़ की वजह से भड़के हुए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना के वक्त इलाके में करीब 40 हजार लोग इकट्ठा थे, जिन्होंने कथित रूप से हमला बोला है। इस दौरान दो दलित नेताओं के घर फूंक दिए गए और एक शॉपिंग मॉल में भी तोड़फोड़ की गई। इससे पहले सोमवार को करौली के हिंडौसिटी में बंद के दौरान भारी हंगामा हुआ। बंद समर्थकों ने बाजारों में जमकर लूटपाट और मारपीट की थी। इससे पूरे शहर में दहशत और भय का माहौल व्याप्त हो गया। भीड़ ने प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर भी पथराव किया। कुछ लोगों ने कई एटीएम मशीन में भी तोड़फोड़ की थी।
भारत बंद के दौरान राजस्थान में सोमवार को विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। यहां गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। झड़प में एक पुलिसकर्मी समेत 40 लोग घायल हुए थे। मृतक की पहचान पवन जाटव के रूप में हुई। वहीं अलग-अलग जगहों पर 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि सैकड़ों घायल हुए।