आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अनिद्रा एक आम समस्या बन गई है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे तनाव, गलत खान-पान, अवसाद, गलत दिनचर्या, शारीरिक श्रम न करना आदि। सामान्यतः एक वयस्क व्यक्ति को हर दिन 6-7 घंटे जरूर सोना चाहिए, जबकि बुजुर्गों को 8-9 घंटे सोना चाहिए। अगर आप रोजाना पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो आपको ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा और दिल की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। आइए जानते हैं नींद न आने के कारण…
जरुरत से ज्यादा खाना
पुराने समय से कहा जा रहा है कि रात का खाना जल्दी खा लें और हल्का खाना खाएं, लेकिन वर्तमान समय में ऐसा करना नामुमकिन हो चुका है। भाग-दौड़ की जिंदगी में सबकी लाइफस्टाइल बदल चुकी है। कोई खाने पीने पर इतना ध्यान नहीं दे पाता। जैसे कि रात को हल्का खाने के लिए कहा जाता है, लेकिन लोग इसे फॉलो नहीं करते हैं। लोगों को अपने खाना खाने पर खास ध्यान देना चाहिए। रात के वक्त नॉनवेज न खाएं या खाएं तो बहुत कम खाएं, क्योंकि इन्हें पचाने में बहुत समय लगता है। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि सोने से दो घंटे पहले भोजन करना चाहिए। ज्यादा भारी भोजन करने से आपको पेट संबंधित समस्या हो सकती हैं।
एल्कोहल का सेवन
अधिकांश लोग रात के वक्त शराब पीना पसंद करते हैं, जो हमारी सेहत के लिए बेहद ही खतरनाक साबित हो सकता है। लोगों को ऐसा लगता है कि रात के वक्त शराब पीने से नींद अच्छी आएगी पर ऐसा नहीं है। शराब पीने से उनकी नींद आने की नैचुरल प्रक्रिया पर नकारात्मक असर पड़ता है। शराब पीकर सोने पर आपको सुबह उठकर सामान्य दिनों जैसी स्फूर्ति और ताजगी नहीं मिलती है।
रात के समय आइसक्रीम न खाएं
हम कई बार रात को खाना खाने के बाद आइसक्रीम खाना पसंद करते हैं, लेकिन ऐसा करना हमारे लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इसलिए सोने से पहले आइसक्रीम न खाएं। आइसक्रीम में फैट और शुगर की मात्रा ज्यादा होती है, जो शरीर में जाकर एकदम से हिट करती है और ऊर्जा का संचार होने लगता है। इस वजह से नींद नहीं आती है।
डॉर्क चॉकलेट न खाएं
डार्क चॉकलेट में कैफीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो आपके शरीर को एकदम से बूस्ट अप कर देती हैं। वहीं कई बार डार्क चॉकलेट में थियोब्रोमाइन भी मिला होता है जो दिल को तेजी से धड़काने का काम और शरीर को ऊर्जा भी प्रदान करता है, ऐसे में सोना थोड़ा मुश्किल होता है। इसलिए रात के समय डार्क चॉकलेट से दूरी ही बनाकर रखें।