दस्तक टाइम्स/एजेंसी: नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अपने आप में एक चलता फिरता ‘विश्वविद्यालय’ बताया और कहा कि उनके विस्तृत ज्ञान से उन्हें व्यक्तिगत रूप से फायदा मिलता है।
मोदी ने राष्ट्रपति भवन में विजिटर्स कांफ्रेस में अपने संबोधन में राष्ट्रपति की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘ हमारे राष्ट्रपति एक चलते फिरते विश्वविद्यालय हैं। वह ज्ञान का भंडार हैं । अगर कोई मुझसे पूछे कि अभी प्रधानमंत्री बनने का सबसे बड़ा फायदा क्या है, तब मैं कहूंगा कि राष्ट्रपति के पास जाने का मौका । जब भी मैं उनसे मिलता हूं, मुझे ज्ञान के सागर के करीब आने का अवसर मिलता है। वह सभी विषयों पर बातों को काफी बारीकी से समझाते हैं, जो उनके अनुभव और ज्ञान पर आधारित होता है। रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी प्रौद्योगिकी विकसित करने पर जोर देते हुए मोदी ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं एनआईटी तथा आईआईटी के प्रमुखों से कहा कि उनका सौभाग्य है कि उन्हें राष्ट्रपति मुखर्जी के सीधे निर्देश में काम करने का मौका मिला है। मोदी ने कहा, ‘ आपको उनके निर्देश में काम करने का मौका मिला है, आपके लिए सीमाएं आकाश की तरह से अनंत हैं और इससे देश को फायदा होगा। ’