नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने प्रियंका के राजनीति में आने को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि वह हमेशा से चाहते हैं कि उनकी बहन सक्रिय राजनीति में हिस्सा ले, लेकिन उन्होने अब तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है।
यूपी चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश के देवरिया से दिल्ली किसान यात्रा पर निकले राहुल गांधी ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए गए इंटरव्यू में यह बात कही है। राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं अपनी बहन पर सबसे ज्यादा भरोसा करता हूं। मैं हमेशा से चाहता हूं कि वह सक्रिय राजनीति में आए, लेकिन यह उसे ही तय करना है कि कब और कैसे राजनीति में आना है। यदि वह ऐसा चाहती है तो।’
दो मंत्री नहीं निकाल सकते तो प्रदेश क्या चलाएंगे
इससे पहले उरई में भव्य स्वागत से उत्साहित कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को पूरी रौ में दिखे और उन्होंने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को ही निशाने पर रखा। हमीरपुर के राठ की खाट सभा में राहुल को कमजोर मुख्यमंत्री साबित करते हुए कहा कि जो दो मंत्री को नहीं निकाल सकता, वह प्रदेश क्या चलाएगा।
राठ के ब्रहमानंद कालेज में राहुल ने सपा में चल रही खींचतान पर कहा कि आपने साइकिल पर युवा अखिलेश को सवार किया तो वह साढ़े चार साल पैडल मारते रहे पर पहिया नहीं घूमा। कभी चेन निकाल ली गई तो कभी ब्रेक लगा दी गई। परेशान होकर एक पहिया निकाल फेंका तो मुलायम ने फिर लगा दिया। भाजपा गाय और धर्म की बात करती है पर उनका इस्तेमाल कर छोड़ देती है।
‘हाथी जहां गया, सब खा गया’
बोले-जिस हाथी पर आपने मायावती को बैठाया वह सड़क पर चला तो उसका पैसा खा गया। अस्पताल गया तो एनएचआरएम के जरिये रकम डकार गया। जहां जाता था वहां जो दिखा वही खा गया। आपने कोने में बैठा दिया तो भ्रष्टाचार पर कुछ नहीं बोला। जानता था भ्रष्टाचार की लड़ाई लड़ेंगे तो खुद फंस जाएंगे।
‘नफरत की राजनीति करते मोदी’
उरई में सुबह 11 बजे के बाद निकले राहुल ने सबसे पहले अंबेडकर को माला पहनाई और बगल में स्थित पदम शाह बाबा की मजार पर चादर चढ़ाई। इसी के साथ रोड शो शुरू हुआ। इस दौरान राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने संघ की पाठशाला में ऐसा भी पाठ पढ़ा है जो नफरत फैला रहा है। जब से उन्होंने देश की बागडोर संभाली है, तब से नफरत बढ़ी है। वह नफरत की राजनीति करते हैं। राहुल ने शहर के सराफा बजार, माहिल तालाब, संकठा देवी मंदिर समेत कई इलाकों में दो घंटे में घूमे ओर राठ निकल गए।
किसानों का पैसा लखनऊ डकार गया
राठ में खाट सभा में किसानों की बातें सुनीं। बुंदेलखंड पैकेज का हवाला देते हुए कहा कि उसका पैसा किसान तक पहुंचने के बजाय लखनऊ में ही डकार लिया गया। मंडी में लगा दिया गया तो ठेकेदार खा गए। प्रदेश में कांगे्रस की सरकार होती तो ऐसा नहीं होता। इसके बाद वह हमीरपुर पहुंचे। रास्ते में कई जगह लोगों से मिले। यहां रात्रि विश्राम के बाद कालपी होते हुए मंगलवार को कानपुर देहात पहुंचेंगे।
पीके की भूमिका पर भी दी जानकारी
चुनावी रणनीति में प्रशांत किशोर की भूमिका पर उन्होंने कहा कि सारे फैसले पार्टी के नेता करते हैं। प्रशांत किशोर सिर्फ अभियानों का ऑपरेशन देखते हैं और इनपुट उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि टिकट बांटने को लेकर कांग्रेस का एक बेहतरीन सिस्टम है जो यहां भी फॉलो किया जाएगा।