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रियायतें लेकर आया राष्ट्र के नाम संदेश, मोदी ने किया कई योजनाओं का एलान

नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुप्रतीक्षित राष्ट्र के नाम संबोधन असलियत में ‘मिनी बजट’ निकला। नोटबंदी की सफलता पर सीधे कुछ भी बोलने से बचते हुए उन्होंने यह अहसास जरूर कराया कि अब सामाजिक कल्याण की योजनाओं में तेजी आएगी।

narendra-modiएक महीने में आम बजट आना है। संभवत: दो महीने में पांच रायों के चुनाव होने हैं। उससे पहले प्रधानमंत्री ने उन गरीबों, महिलाओं और बुजुर्गो की पीड़ा पर मरहम लगा दिया है, जो लंबी लाइन में लगकर भी नोटबंदी का समर्थन कर रहे थे। किसान, शहरी मध्यम वर्ग और छोटे कारोबारियों के लिए कई स्कीमों का एलान कर उन्होंने यह संकेत भी दे दिया कि भरपाई के लिए सरकार कमर कसकर तैयार है।

नोटबंदी के बाद राष्ट्र के नाम मोदी के संबोधन को लेकर कई अपेक्षाएं जताई जा रही थीं। माना जा रहा था कि वह कुछ राहतों का एलान करेंगे। बैंक से निकासी के जल्द सामान्य होने की आशा जताते हुए 45 मिनट के भाषण में उन्होंने अपेक्षा से कुछ ज्यादा ही दिया।

जल्द सामान्य होगी बैंकिंग व्यवस्था

मोदी ने भाषण के शुरू में नोटबंदी का समर्थन करने के लिए देशवासियों को धन्यवाद दिया। इसके बाद उन्होंने भरोसा दिलाया कि जितनी जल्दी हो सकेगी, बैंकों में कामकाज को सामान्य बनाया जाएगा। सरकार ने इस विषय में सभी जिम्मेदार व्यक्तियों से बैंकिंग व्यवस्था को शीघ्र सामान्य बनाने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा है। विशेषकर ग्रामीण इलाकों में ताकि गांव के लोगों और किसानों की कठिनाइयां खत्म हो।

काले धन के खिलाफ मुहिम जारी

प्रधानमंत्री ने यह भी साफ कर दिया है कि काले धन के खिलाफ लड़ाई अभी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि देश में सिर्फ 24 लाख लोग ऐसे हैं, जिन्होंने यह स्वीकार किया है कि उनकी आय 10 लाख रुपये सालाना से ज्यादा है। माना जा रहा है कि यह आने वाले बजट का संकेत है, जिसमें सरकार कर दायरा बढ़ाने के लिए काफी कुछ कर सकती हैं।

मुख्यधारा से बाहर के पैसे आए

माना जा रहा था कि मोदी नोटबंदी का पूरा लेखा जोखा पेश करेंगे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। यह जरूर संकेत दे दिया है कि बाजार में 500 व 1000 रुपये के जितने नोट थे वे तकरीबन सब वापस आ चुके हैं। मोदी ने कहा कि इस अभियान की सफलता इस बात में भी है कि मुख्यधारा से बाहर जो धन था वह बैंकों में आ चुका है। नकदी निकासी पर रोक कब हटेगी, इसके बारे में भी पीएम ने कुछ नहीं कहा। हालांकि बेईमानी करने वालों को फिर चेतावनी दी कि अब कानून अपना काम करेगा।

किसानों के कर्ज पर दो महीने का ब्याज माफ

जिला सहकारी बैंकों और प्राथमिक कृषि समितियों से खरीफ व रबी की बुवाई के लिए गए कर्ज पर दो महीने के ब्याज की छूट मिलेगी। किसानों के कर्ज पर इस छूट को सरकार वहन करेगी। ब्याज सब्सिडी की यह राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में दी जाएगी। साथ ही अगले तीन महीने में तीन करोड़ किसान क्रेडिट कार्डो को रुपे कार्ड में बदला जाएगा।

गांव हो या शहर, सस्ता होगा होम लोन

गांव व शहर में गरीबों तथा बेघरों के लिए आवास की सौगात देते हुए प्रधानमंत्री ने होम लोन पर ब्याज में भारी भरकम छूट का एलान किया है। 2017 में गांव में मकान बनाने के लिए दो लाख तक के लोन पर ब्याज में तीन फीसद की सब्सिडी मिलेगी। शहरी गरीबों, निम्न मध्य वर्ग व मध्य वर्ग के लोगों को मकान के लिए नौ लाख तक के लोन पर चार प्रतिशत और 12 लाख तक के लोन पर ब्याज में चार प्रतिशत की छूट मिलेगी।

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