रुपये बदलने आई मां के छलके आंसू, कैैसे होगी 24 हजार में शादी
जेएनएन, जालंधर। 500 व 1000 के नोट बंद होने के बाद पंजाब में नकदी का संकट बढ़ता जा रहा है। खासकर जिन घरों में शादियां व बड़े आयोजन हैं, उनके परिवार वालों को तो नकदी के इस संकट ने रुला ही दिया है। लोग बैंक के बाहर कतार में खड़े होकर रुपये मिलने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन सप्ताह में 24,000 रुपये ही निकालने की लिमिट से लोगों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है।
जालंधर की न्यू नागरा कॉलोनी निवासी विधवा 60 वर्षीय सरबजीत कौर के बेटे की शादी 23 नवंबर को है। खरीदारी के लिए एक लाख की जरूरत है। खाते में तीन लाख हैं, लेकिन अपने खाते से सप्ताह में मात्र 24000 रुपये ही निकाल सकती हैं। सरबजीत कौर ने कहा कि अभी तक शादी को लेकर कोई खरीदारी नहीं की है। रिश्तेदारों के पास भी नए नोट नहीं हैं, जिससे मदद ली जा सके। एटीएम से अधिक नकदी नहीं मिलने के चलते वह एसबीआइ की सिविल लाइंस में रोने लगीं।
सरबजीत ने सरकार को कोसते हुए कहा कि काले धन को खत्म करने के लिए सरकार का कदम उचित है, लेकिन जिनके पास खुद के रुपये खाते में हैं, उन पर कोई लिमिट नहीं होनी चाहिए थी।
जालंधर के होटलों की बात करें तो छोटे-बड़े होटल में दो-तीन की बुकिंग रद हो चुकी है। बुकिंग के जो रुपये जमा करवाए थे वे लोग मांगने नहीं आ रहे हैं।