लखनऊ : राजधानी के केजीएमयू में अब रोजाना दो हजार से ज्यादा कोरोना जांच हो सकेगी। इसके लिए केजीएमयू में कोबास मशीन स्थापित की जाएगी। शासन ने मशीन खरीद के लिए 10 करोड़ 86 लाख रुपये के बजट को मंजूरी प्रदान कर दी है। केजीएमयू देश का दूसरा संस्थान होगा जिसमें यह मशीन स्थापित होगा। पहली मशीन एनआईवी पूणे में है। केजीएमयू प्रशासन ने दो से तीन सप्ताह में मशीन स्थापित होने की उम्मीद जाहिर की है। अभी केजीएमयू में करीब 800 से 1000 नमूनों की जांच हो रही है। प्रदेश के कई जिलों से बढ़ी संख्या में नमूने जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। कम समय में अधिक नमूनों की जांच के लिए केजीएमयू में कोबास 6800 मशीन स्थापित की जाएगी।
कुलपति डॉ. एमएलबी भट्ट ने बताया कि बीएसएल-3 लैब में चार पीसीआर मशीनों से जांच कराई जा रही है। नमूनों की जांच रिपोर्ट छह से आठ घंटे बाद आ रही है। मरीजों को जांच रिपोर्ट के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। कोबास मशीन लगने से कम समय में अधिक नमूनों की जांच संभव हो सकेगी। इस मशीन से रोजाना 1200 से ज्यादा नमूनों की जांच की जा सकेगी। उन्होंने बताया कि मशीन की खरीद-फरोख्त का बजट आवंटित कर दिया गया है। 24 घंटे मशीन का संचालन होगा।