लखनऊ : राजधानी में शुक्रवार से चौथे भारतीय अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव- 2018 (आइआइएसएफ) का आयोजन किया जाएगा। विज्ञान के इस महाकुंभ में दस हजार वैज्ञानिकों के अलावा लाखों लोग जुटेंगे। चार दिवसीय विज्ञान महाकुंभ की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। आइआइएसएफ का औपचारिक उद्घाटन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद छह अक्टूबर को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शाम साढ़े पांच बजे करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी मौजूद रहेंगे। यह कार्यक्रम पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित है। आठ अक्टूबर आइआइएसएफ के समापन समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी मौजूद रहेंगे। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नव भारत का सपना देखा है जिसे वह वर्ष 2022 तक पूरा होता देखना चाहते हैं। यह ऐसा भारत होगा जिसमें हर तरफ खुशहाली हो। उनके इस सपने को साकार करने में आइआइएसएफ महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा। संपूर्ण आयोजन न केवल वैज्ञानिकों बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने कहा कि आइआइएसएफ की परिकल्पना वर्ष 2014 में इसलिए की गई थी कि प्रयोगशालाओं में हो रही साइंस से आमजन वाकिफ हो सकें। यही नहीं देश के छात्र-छात्राएं व युवा विज्ञान से दूरी कम कर इसमें अपना करियर तलाशें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पहला मौका है जबकि आइआइएसएफ जैसा विशाल आयोजन उत्तर प्रदेश में हो रहा है। युवाओं के लिए यह एक बेहतरीन अवसर है जबकि वह वरिष्ठ वैज्ञानिकों के अनुभव का लाभ उठा सकेंगे। आइआइएसएफ का मुख्य कार्यक्रम इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होगा जबकि गोमती नगर रेलवे स्टेशन ग्राउंड में मेगा साइंस, टेक्नालॉजीएंड इंडस्ट्री एक्सपो का आयोजन किया जाएगा। डॉ.हर्षवर्धन गुरुवार सुबह 11 बजे इसका उद्घाटन करेंगे। देश में विज्ञान ने अब तक जितनी भी तरक्की की है इसकी झलक एक्सपो में देखने को मिलेगी। एक्सपो सुबह दस से शाम सात बजे तक आम लोगों के लिए खुला रहेगा। लिम्का बुक रिकार्ड की तैयारी- स्कूली बच्चे दो तरह के रिकार्ड बनाने की तैयारी में है। एक साथ 600 स्टूडेंट्स डीएनए आइसोलेशन करेंगे। वहीं दूसरा रिकार्ड तीन हजार बच्चे फर्स्ट एड सीख कर बनाएंगे।