लड़कों को जरूर देखनी चाहिए ये 4 फिल्में लेकिन छुप-छुप कर‚ छोटे बच्चों को ना देखने दें !
फ़िल्में देखने का शोक किसको नहीं है ? छोटा हो या बड़ा हर कोई फ़िल्मों का दीवाना है और ये दीवानगी जायज़ भी है क्यूँकि आज के तनाव भरे समय में फ़िल्में अच्छा टाइम पास हैं और कई बार तो उनसे हमें सीखने को भी काफ़ी कुछ मिलता है, ख़ैर सीखने के लिए कौन फ़िल्में देखता है ।
इस फिल्म इंडस्ट्री में कई सारी ऐसी भी फिल्मे आयी है, जो कि हम लोग परिवार के साथ बैठकर देख नही सकते है, हालांकि इन फिल्मों पर कई आवाजे उठती है, पर फिल्मों में कट लगाकर उसे कोर्ट द्वारा रिलीज करने की अनुमति मिल ही जाती है, जिसे आज तक कोई नही बदल पाया है, पर इतना आवश्य है, कि पारिवार में बच्चों को इन फिल्मों से दूर रखने की कोशिश की जाती है, पर आज हम कुछ ऐसी फिल्मों की बात करने वाले है, जिन्हें अकेले में लड़कों को अवश्य देखनी चाहिये।
दरअसल इस दुनिया में कई ऐसे लोग है, जो अपने बच्चों पर कई तरह के बाउंडेसन लगा देते है, हालांकि हम सभी बचपन के उस दौर से गुजरे हैं, जब हम अपने पेरेंट्स के साथ कोई फिल्म देख रहे होते थे और तभी उसमें कोई बोल्ड सीन आता था तो हमें पानी लेने भेज दिया जाता था। फिर हम समझदार हुए तो ऐसे सीन्स पर स्वयं ही उठकर टॉयलेट करने जाने लगे, पर थिएटर में ये सुविधा नहीं होती थी तो पेरेंट्स अचानक से ऐसे सीन के समय हमसे बातें करने लगते थे।
आपकी जानकारी के लिये बता दे कि जब हम बड़े होते है, और जिंदगी में गर्लफ्रेंड आ जाती है। गर्लफ्रेंड के साथ भी दिक्कतें खत्म नहीं हुईं, जो फिल्में हमें पसंद होती हैं वो या तो उसे ‘वल्गर’ लगती हैं या ‘घिनौनी’। ऐसे में हमें पेरेंट्स के साथ ‘सीक्रेट सुपरस्टार’ टाइप फिल्में देखनी पड़ती हैं और गर्लफ्रेंड के साथ ‘हाफ गर्लफ्रेंड’ टाइप। मगर इन दो टाइप के अतिरिक्त भी कई ऐसी फिल्में होती हैं, जो हमें पसंद आती हैं। आज उसी टाइप की फिल्मों के संबंध में हम आपको बताने वाले हैं। आज हम कुछ चुनिंदा फिल्मों के बारे में बताने वाले है, जो कुछ इस प्रकार से है……
पहली फिल्म : फिल्म ‘हंटर’ का हीरो मंदार सेक्स की तुलना पोटी करने से करता है। उसका मानना है कि सेक्स करना पोटी करने की तरह इंसान की बेसिक नीड होती है। अब आप समझ ही गए होंगे कि ये फिल्म लड़कों को अकेले में क्यों देखनी चाहिए? इस फिल्म का स्ट्रॉन्ग कंटेंट इस फिल्म की सबसे बड़ी खासियत है।
दूसरी फिल्म : गैंग्स ऑफ वासेपुर, अनुराग कश्यप की इस फिल्म में गोलियां और गालियां जी खोलकर बरसाई गई हैं। मगर इस बदले की कहानी को जिस वास्तविक तरीके से फिल्माया गया है उसका कोई जवाब नहीं है। यही कारण है कि आप इसे एक बार नहीं बल्कि बार-बार देखना चाहते हैं ।
तीसरी फ़िल्म – kamsutra – कामसूत्र ..वैसे तो बॉलीवुड में कलाकार पैसों के लिए किसी भी हद को पार कर सकते हैं..और ये इस इंडस्ट्री का कड़वा सच भी है..कि कलाकार चंद पैसों के लिए किसी के साथ भी हमबिस्तर हो जाते हैं..लेकिन मुद्दा ये नहीं.. आपको बता दें कि इस फिल्म की बॉलीवुड एक्ट्रेस ने खुद ही ट्विटर पर कबूल किया था कि वो पैसों के लिए कई सारे मर्दों के साथ सोई थी..और आपको बता दें कि शर्लिन चोपड़ा कामसूत्र थ्री डी में नज़र आई थी , ये फ़िल्म लड़कों को पसंद आनी ही आनी है ।
परिभाषा चौथी फ़िल्म – ये फ़िल्म यू TUBE पर अभी भी उपलब्ध है, इसके बारे में कुछ ना कहते हुए हम इसका विडियो लिंक दे रहे हैं, आप यहाँ क्लिक करके इस फ़िल्म को देख सकते हैं, ये फ़िल्म आधे घंटे से कुछ ज़्यादा की है जो लड़कों को बहुत पसंद आएगी।