लापरवाही पर प्रभारी चिकित्साधिकारी व एएनएम का रोका वेतन
डीएम गोण्डा ने फिर शुरू किया ‘‘कॉफी विद कलेक्टर’’ कार्यक्रम
गोण्डा। डीएम आशुतोश निरंजन ने स्थगित अभिनव कार्यक्रम ‘‘कॉफी विद कलेक्टर’’ कार्यक्रम का शुभारम्भ शुक्रवार को पुनः कर दिया। डीएम आशुतोश निरंजन ने बताया कि विगत माह उक्त कार्यक्रम के तहत आमंत्रित ग्राम पंचायतों की प्रगति आख्या व ग्राम प्रधानों व उनकी टीम द्वारा बताई गई समस्यारओं के निराकरण की स्थिति का विधिवत परीक्षण करने के उपरान्त व सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों की लिखित रिपोर्ट के उपरान्त कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। पुनः ‘‘कॉफी विद कलेक्टर’’ कार्यक्रम की शुरूआत डीएम ने विकाखण्ड कटरा बाजार की ग्राम पंचायत राजगढ़ अमीनपुर के ग्राम प्रधान व पूरी टीम के साथ ग्रामा पंचायत के विकास व वहां की कानून व्यवस्था की स्थिति पर परिचर्चा व अब तक के फीडबैक से की। परिचर्चा के दौरान कई मामलों पर डीएम ने कार्यवाही भी शुरू कर दी है। शुक्रवार आठ जुलाई से प्रारम्भ हुए मिशन इन्द्रधनुश कार्यक्रम के तहत टीकाकरण के बारे मंे पूछने पर ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव सहित अन्य सभी कर्मियों ने अनिभज्ञता जाहिर की। इससे स्तब्ध डीएम ने तत्काल प्रभाव से प्रभारी चिकित्साधिकारी कटरा बाजार व एएनएम का वेतन रोकते हुए तीन दिन में स्पश्टीकरण तलब करने के आदेश सीएमओ को दिए हैं।
वहीं बीट सूचना अपूर्ण व गलत देने पर तथा क्षेत्र में कहीं भी अवैध/कच्ची शराब न बनने की रिपोर्ट दी गई थी जबकि ग्राम प्रधान व अन्य लोगों द्वारा डीएम को अवगत कराया गया कि ग्राम पंचायत के चाइनपुरवा में बड़े पैमाने पर कच्ची शराब का कारोबार होने की समस्या बताई गई। डीएम ने इस मामले को गम्भीरता से लेमते हुए रिपोर्ट देने वाले थाना कटरा बाजार के हेड कान्सटेबल जिया लाल तथा बीट कान्सटेबल के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है। उन्होने अन्य सभी सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि ‘‘कॉफी विद कलेक्टर’’ कार्यक्रम के लिए उनके द्वारा मंगवाई सूचना यदि किसी भी स्तर पर गलत पाई जाएगी तो सम्बन्धित अधिकारी या कर्मचारी कार्यवही के लिए तैयार रहें। ग्राम प्रधान द्वारा ग्राम पंचायत के एक सार्वजनिक रास्ते एवं ग्राम समाज की जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा करने की बात बताई गई। जिस डीएम ने लेखपाल को पैमाइश करके रास्ता खली कराकर उस पर तत्काल निर्माण कराने के आदेश पंचायत सचिव को दिए हैं।
शौचालयों के सम्बन्ध में परिचर्चा के दौरान ग्राम पंचायत में शौचालयों के निर्माण व ओडीएफ के क्षेत्र में कार्य संतोशजनक नहीं पाया गया जिस पर डीएम ने पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान कोग्राम पंचायत में बैठक कर महिलाओं को जगारूक करने के निर्देश दिए हैं। इन्दिरा आवास के बारे में पूछने पर पंचायत सचिव ने बताया कि दो लाभार्थियों द्वारा पैसा मिलने के बावजूद आवासों का निर्माण नहीं कराया गया है। इस पर डीएम ने पंचायत को निर्देश दिए कि दोनो लाभार्थियों को नोटिस दें। उसके बाद भी निर्माण कार्य न कराने पर एफआईआर दर्ज कराकर रिकबरी कराने की कार्यवाही करें। इसके अलावा कृशि पट्टों के बारे में परिचर्चा के दौरान ज्ञात हुआ कि ग्राम पंचायत में कुल 84 पट्टा धारक हैं जिन्हें नाम बतौर संक्रमणीय भूमिधर दर्ज नहीं हो सका है। इस मामले पर डीएम ने एसडीएम करनैलगंज से एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा डीएम ने ग्राम प्रधान व टीम के साथ ग्राम पंचायत में विकास के अन्य मुद्दों, कानून व्यवस्था, भूमि विवाद, जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन सहित अन्य विशयों पर गहन परिचर्चा की एवं आवश्यक निर्देेश दिए। इस दौरान ग्राम प्रधान सहित पंचायत सचिव, लेखपाल, रोजागर सेवक, सफाईकर्मी सहित अन्य सहयोगी उपस्थित रहे।