राजसभा के बाद आज लोकसभा में भी नोटबंदी का मामला पूरे जोर शोर से गूंजेगा। कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों की आज लोकसभा में 1000 और 500 के नोट अमान्य करने के सरकार के निर्णय के मुद्दे पर कार्यस्थगन का प्रस्ताव लाने की योजना है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि यह पहल बड़े नोटों को अमान्य करने के कारण किसानों, मजदूरों और छोटे कारोबारियों समेत आम लोगों को हो रही परेशानियों को रेखांकित करने की योजना है। इस मामले को लेकर लोकसभा में हंगामे के आसार है।
राज्यसभा में आज भी जारी रहेगी चर्चा
इससे पहले बुधवार को राज्यसभा में नोटबंदी पर चर्चा हुई, जिसमें विपक्ष ने सरकार पर ज़ोरदार हमला बोला। यह चर्चा आज भी जारी रहेगी। विपक्ष ने अभी तक कार्यस्थगन प्रस्ताव नहीं दिया है। इसलिए प्रश्नकाल होगा और नोटबंदी पर चर्चा के लिए समय दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक तय है। चर्चा के बाद सरकार की ओर से जवाब केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली देंगे।
सदन में मौजूद रहें पीएमः कांग्रेस
कांग्रेस नेता गुलाबनबी आजाद समेत विपक्ष ने मांग की है कि चर्चा के दौरान पीएम मोदी भी मौजूद रहें। बुधवार को चर्चा के दौरान सपा, जदयू, सीपीआई(एम) और बसपा सबने एक सुर में जेपीसी से जांच की मांग की है। जबकि कांग्रेस ने कहा कि हमारे हक का पैसा, और उसको निकालने में सरकार कैसे पाबंदी कैसे लगा सकती है। लेकिन सरकार ने कहा 3-4 दिन में सब ठीक हो जायेगा।
सरकार पर कांग्रेस का वार
राज्यसभा में चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हम कालाधन और आतंकवाद के खिलाफ हैं। सरकार ने नोटबंदी का निर्णय गलत समय लिया। इससे किसानों को और आम आदमी को बहुत दिक्कत हो रही है। यह फैसला बिना किसी तैयारी के लिया गया। किसान धोती में क्रेडिट कार्ड नहीं रखता। सरकार देश में आर्थिक अराजकता फैला रही है। पैसा निकालने पर पाबंदी का हक आपको किसने दिया। हमारा पैसा रोकने का हक आपको किसने दिया?
भाजपा का जवाब
आनंद शर्मा के इन आरोपों का जवाब देते हुए भाजपा सांसद पीयूष गोयल ने कहा कि पूरा देश पीएम के फैसले का स्वागत कर रहा है। आनंद शर्मा का अर्थशास्त्र कमजोर है। पहली बार ईमानदारी को सम्मान और बेईमान को नुकसान हुआ है।