वायनाड में कांग्रेस का ‘संविधान बचाओ’ मार्च, राहुल गांधी ने किया रैली का नेतृत्व
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केरल में वायनाड ज़िले के कलपेट्टा में ‘संविधान बचाओ’ मार्च का नेतृत्व किया। इस मार्च के बाद राहुल गांधी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि नाथूराम गोडसे और नरेंद्र मोदी एक ही विचारधारा में विश्वास करते हैं और उसमें कोई अंतर नहीं है सिवाय नरेंद्र मोदी में यह कहने की हिम्मत नहीं है कि वह गोडसे में विश्वास करते हैं।
राहुल गांधी ने इस रैली में कहा कि मैं भारतीय हूं इसका किसी को सर्टिफिकेट देने की जरूरत नहीं है। कौन भारतीय है और कौन नहीं यह तक करने वाले नरेंद्र मोदी कौन होते हैं। कांग्रेस सांसद ने कहा कि ध्यान दें कि जब भी आप नरेंद्र मोदी से बेरोजगारी और नौकरियों के बारे में पूछते हैं, तो वह अचानक ध्यान भटकाते हैं। एनआरसी और सीएए से नौकरियां नहीं मिलने जा रही हैं, कश्मीर की स्थिति और असम को जलाने से हमारे युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है।
वायनाड सीट से लोकसभा सदस्य गांधी कलपेट्टा में एसकेएमजे हाई स्कूल से नये बस अड्डे के बीच करीब दो किलोमीटर तक मार्च की अगुवाई की। यह मार्च शहीद दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित किया गया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रैली के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को भी संबोधित भी करेंगे। वह बुधवार देर शाम कन्नूर पहुंचें।
कांग्रेस पिछले कुछ दिनों से अपने सांसदों, विधायकों और स्थानीय नेताओं की अगुवाई में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ राज्य में मार्च का आयोजन कर रहे हैं। वायनाड में ‘संविधान बचाओ’ मार्च होगा, जबकि राज्य के 13 ज़िलों में कांग्रेस की अगुवाई वाला यूनाइटिड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) ‘मानवों के ज़रिए भारत का नक्शा बनाएगा। इसमें हिस्सा लेने वाले लोग देश का मानचित्र बनाएंगे।
वायनाड में गांधी की रैली में पार्टी के वरिष्ठ नेता ओमान चांडी, केसी वेणुगोपाल, विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीतला और प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख एम रामचंद्रन भी शामिल हुए। वहीं कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य ए के एंटोनी राज्य की राजधानी में ‘मानवों के ज़रिए (भारत का) नक्शा’ बनाने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।